कैसरगंज
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को एक दफा फिर निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि अगर आरोप सही साबित हुए, तो फांसी पर लटक जाऊंगा।
हालांकि, यह पहली दफा नहीं है कि जब उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप झूठे हैं। अभी चुनाव चल रहे हैं। मेरा बेटा भी चुनाव लड़ रहा है। चुनाव जीतने दीजिए। इसके बाद आगे की रणनीति पर फैसला करेंगे।
इससे पहले, दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस मामले में पर्याप्त सबूतों को देखते हुए बृजभूषण के खिलाफ आरोप तय करने का निर्देश दिया था। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) प्रियंका राजपूत ने बृजभूषण के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला या आपराधिक बल), 354 ए (यौन उत्पीड़न), और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत आरोप तय करने के निर्देश दिए।
न्यायाधीश ने कहा था कि हमारे पास आरोपी के खिलाफ आरोप तय करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। वहीं न्यायालय के फैसले पर बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि वो अपने अधिवक्ताओं से इस संदर्भ में परामर्श लेंगे। आदेश के खिलाफ वो ऊपरी अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।
महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। पहलवानों ने लंबे समय तक जंतर मंतर पर कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था।