Saturday , June 1 2024
Breaking News

पीएम आवास घोटाला : अध्यक्ष, सीएमओ, उपयंत्री समेत सात के खिलाफ एफआईआर

2.78 करोड़ का घोटाला

scam in pavi:पन्ना/ नगर परिषद पवई में प्रधानमंत्री आवास योजना में लाखों रुपये का घोटाला हुआ है। पवई पुलिस ने बुधवार को सात आरोपितों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्घ किया है। इंटरनेट मीडिया में खबर वायरल होने के बाद रविवार को इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ। आरोप हैं कि पात्र हितग्राहियों की स्वीकृत सूची में छेड़छाड़ करते हुए अपात्रों के नाम जोड़कर उनके बैंक खातों में दो-दो लाख रुपये की राशि जारी कर दी गई। करीब 2.78 करोड़ का घोटाला हुआ है। इस फर्जीवाड़े में पुलिस ने तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष किरण बागरी, अध्यक्ष पति बृजपाल बागरी उर्फ भोलू, तत्कालीन सीएमओ विजय रैकवार, उपयंत्री विक्रम बागरी समेत सात लोगों के विरुद्घ जालसाजी, गबन और भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्घ किया है। हालांकि अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

नगरीय निकाय चुनाव के ठीक पहले कार्रवाई 

नगरीय निकाय चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस की पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष किरण बागरी, उनके पति समेत अन्य के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पंजीबद्घ होने से पवई में सियासी हलचल अचानक तेज हो गई है। नगर परिषद पवई में करीब दो दशक से काबिज रहे बागरी परिवार के प्रमुख सदस्यों पर एफआईआर दर्ज होने से उनके राजनीतिक विरोधियों व परिषद में विपक्ष में रहे भाजपा नेताओं की बाछें खिल गई हैं।

कलेक्टर ने की थी समिति गठित 

नगर परिषद पवई में केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी प्रधानमंत्री योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं करते हुए जमकर पलीता लगाए जाने की शिकायतें मिलने पर कलेक्टर ने करीब दो माह पूर्व जांच हेतु चार सदस्सीय समिति गठित की थी। समिति ने जांच उपरान्त प्रस्तुत की गई अपनी रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए उल्लेख किया है कि, वर्ष 2018-19 में प्रधानमंत्री आवास योजना के 774 हितग्राहियों की कलेक्टर पन्ना द्वारा स्वीकृत सूची में शामिल 139 पात्र हितग्राहियों के नाम हटाकर इतने ही अपात्रों के नाम जोड़े गए। कूटरचना कर दस्तावेजों में हेराफेरी करने के पश्चात अपात्र हितग्राहियों के खातों में आवास की राशि दो-दो लाख रुपए डाल दिए गए। जांच में कमेटी ने पाया कि 9 हितग्राही ऐसे भी हैं जिनके मकान पूर्व से निर्मित हैं।

अध्यक्ष के पति को भी बनाया आरोपी

आवास योजना में हुए इस घपले के लिए जांच कमेटी ने तत्कालीन नगर परिषद अध्यक्ष किरण बागरी, उनके पति बृजपाल बागरी, तत्कालीन सीएमओ विजय रैकवार, उपयंत्री विक्रम बागरी समेत सात लोगों को दोषी ठहराया है। जांच में यह बात भी उभरकर सामने आई है कि पूर्व अध्यक्ष किरण बागरी की भूमिका कथित रूप से रबर स्टाम्प की रही है, परिषद के कार्य उनके पति बृजपाल बागरी उर्फ़ भोलू करते थे। आवास योजना के फर्जीवाड़े में अध्यक्ष पति को आरोपित बनाए जाने को लेकर भी यही वजह बताई जा रही है। बृजपाल बागरी उर्फ़ भोलू पर यह आरोप है कि उनके द्वारा नगर परिषद के कार्य में अवांछनीय हस्तक्षेप करके व अस्थाई कर्मचारियों पर दवाब बनाकर आवास योजना की सूची से पात्र हितग्राहियों के नाम हटवाकर अपात्रों के नाम जुड़वाए गए। कलेक्टर के निर्देश पर नगर परिषद पवई के सीएमओ हरि वल्लभ शर्मा के द्वारा गत दिनों दोषियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पंजीबद्घ कराने के लिए आवास घोटाले की जांच रिपोर्ट सहित आवश्यक दस्तावेज पवई थाना पुलिस को सौंपें गए।

About rishi pandit

Check Also

MP: फ्लैट में फटा एसी, मां-बच्चों की जान पर बनी, पूरी बिल्डिंग खाली कराई

Madhya pradesh indore indore news: digi desk/BHN/इंदौर/ भीषण गर्मी में एसी फटने की घटनाएं हो …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *