सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने यूपीएससी एवं एमपीपीएससी निःशुल्क कोचिंग क्लासेज में अभ्यर्थियों से चर्चा करने के दौरान कहा है कि अगर सफ़लता अर्जित करनी है तो अपने पहले प्रयास को अंतिम प्रयास समझकर तैयारी करें और आयोग की मानसिकता को समझते हुए प्रैक्टिकल एप्रोच रखे तथा अपनी क्षमता को समझे और समाज से भी जुड़े रहे। उन्होंने बताया कि अपने सहपाठियों से ग्रुप डिस्कसन करे। इसी बीच अभ्यर्थियों के द्वारा पूंछे गए प्रश्नों के जवाब कलेक्टर ने दिए।
अभ्यर्थियों के प्रश्न कुछ इस तरह थे। व्यक्तित्व का विकास कैसे किया जाए। इसका जवाब देते उन्होंने कहा सकारात्मक दृष्टिकोण रखे। दूसरा प्रश्न करेंट अफेयर्स कैसे पढ़े। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा सभी विषयों को करेंट से लिंक करके पढ़े। ऑप्शनल का चुनाव कैसे करें। उन्होंने बताया अपने रूचि का ही विषय का चयन करे और भी अभ्यर्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब दिए गए। इस दौरान आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा निःशुल्क कोचिंग क्लासेज के संयुक्त संचालक सोनू प्रकाश, शिक्षक नयन गुप्ता, त्रिभुवन सिंह, कु. आकांक्षा अग्रवाल एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर अनुराग वर्मा की पहल और आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा के डायरेक्टर परीक्षित भारती के सहयोग से 13 मार्च 2022 से महारानी लक्ष्मी बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सतना पर सुबह 8 से 10 बजे तक नियमित रुप से निःशुल्क कोचिंग क्लासेज संचालित हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग के ज्ञानेन्द्र कुमार अग्निहोत्री हुये सेवानिवृत्त
पीएचसी सोहावल में सम्मानित कर दी गई विदाई
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोहावल के पर्यवेक्षक ज्ञानेंद्र कुमार अग्निहोत्री अपनी अधिवार्षिकी आयु पूरी कर सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने वर्ष 1986 से अब तक 36 वर्ष की शासकीय सेवाएं प्रदान की।
पर्यवेक्षक श्री अग्निहोत्री की सेवानिवृत्ति पर पूर्व बीएमओ डॉ अशोक द्विवेदी और बीएमओ कोठी डॉ विनीत गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित सेवानिवृत्त सम्मान समारोह में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोहावल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोठी के सभी सेक्टर सुपरवाइजर, एएनएम बीईई, बीसीएम, बीपीएम, एमपीडब्लू एवं चिकित्सकीय स्टाफ द्वारा पर्यवेक्षक ज्ञानेन्द्र अग्निहोत्री का शाल-श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया और विदाई दी गई। इस मौके पर बीएमओ कोठी डॉ गुप्ता द्वारा अगस्त 2022 में सेवानिवृत्त हुए प्रदीप कुमार समुद्ररे का भी सम्मान किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सतना की ओर से स्थापना प्रभारी एलएल शुक्ला ने सेवानिवृत्त पर्यवेक्षक श्री अग्निहोत्री के सभी स्वयत्वों का निराकरण कर क्लेम राशि का चेक भी सौंपा। सम्मान समारोह में सेवानिवृत्त हो रहे पर्यवेक्षक ज्ञानेंद्र कुमार अग्निहोत्री की कर्तव्य परायणता, कर्तव्य निष्ठा और कार्य पद्धति की सराहना करते हुए अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का संचालन ऋषिकेश गुप्ता ने किया। इस अवसर पर डॉ प्रियंका मिश्रा, प्रभारी बीपीएम बृजेंद्र सिंह, टीवी नोडल विजयराज सिंह, सीएचओ मनोरमा सिंह, एएनएम रिंकी अग्रवाल, श्रद्धा सिंह, सुशीला सिंह, संतोष द्विवेदी, प्रतिभा सिंह, अकाउंटेंट एसएन त्रिपाठी, आरके अग्रवाल, आप्थेल्मिक असिस्टेंट दिलीप गुप्ता, अरविंद मिश्रा, अश्विनी गौतम, नंदलाल सेन, विकास द्विवेदी, बालगोविंद द्विवेदी, पंकज सिंह, केपी शुक्ला, जिला कार्यालय से राजेंद्र सिंह, रामलाल सिंह, बीपीएम रावेन्द्र साकेत भी उपस्थित रहे।
4 लाख की आर्थिक सहायता स्वीकृत
मैहर अनुभाग के प्राकृतिक आपदा से पीड़ित एक परिवार को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। राजस्व विभाग के आरबीसी 6-4 के प्रावधान के अनुसार अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मैहर ने ग्राम जरमोहरा निवासी संदीप सिंह को पुत्री की मृत्यु पानी में डूबने से होने पर 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
अफ्रीकन स्वाइन फीवर के विरूद्ध सर्तकता के निर्देश
पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने विभागीय अधिकारियों को अफ्रीकन स्वाइन फीवर के विरूद्ध हर तरह से सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। श्री पटेल ने कहा जिले में या आस-पास के जिले में प्रकरण पाते ही भारत और राज्य शासन द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन कर नियंत्रित करने के उपाय करें। श्री पटेल ने कहा कि सूकर में पाई जाने वाली यह घातक बीमारी जूनोटिक होने के कारण मनुष्यों और अन्य पशुओं को प्रभावित नहीं करती है। संक्रमित क्षेत्रों में एक किलोमीटर की परिधि में सूकरों की कलिंग और पूर्ण ऐहतियात के साथ दफन करने और 10 किलोमीटर की परिधि की जानकारी मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय प्रशासन की मदद से सूकर के आवागमन, उत्पाद और सूकर बिक्री को प्रतिबंधित किया गया है।
रोग नियंत्रण के लिये राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोग शाला में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। इसमें सुबह 10 से शाम 6 बजे दूरभाष क्रमांक 0755-2767583 पर संपर्क किया जा सकता है।
पारंपरिक स्वाइन फीवर से भिन्न है अफ्रीकन स्वाइन फीवर
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि मिलत-जुलते लक्षणों के कारण पशु पालकों में भ्रम की स्थिति है कि पारंपरिक स्वाइन फीवर भी घातक है। इससे जाँच के साथ रोग नियंत्रण भी प्रभावित होता है। पारंपरिक स्वाइन फीवर में टीका उपलब्ध होने के कारण मृत्यु दर कम है और आसानी से नियंत्रित हो जाती है जबकि अफ्रीकन स्वाइन फ्लू का वर्तमान में कोई उपचार नहीं है। बचाव ही रोकथाम एवं नियंत्रण का एकमात्र उपाय है।