सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन में माह जनवरी, फरवरी और मार्च के लिये तिथियां प्रस्तावित की गई हैं। उप संचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण ने बताया कि 15 जनवरी, 16 फरवरी, 8 मार्च को जनपद पंचायत रामनगर में, 27 जनवरी, 22 फरवरी को जनपद पंचायत रामपुर बघेलान में, 30 जनवरी, 16 फरवरी, 8 मार्च को जनपद पंचायत अमरपाटन में, 31 जनवरी, 13 फरवरी, 8 मार्च को जनपद पंचायत मैहर में, 31 जनवरी, 22 फरवरी को जनपद पंचायत नागौद में, 16 फरवरी, 8 मार्च को जनपद पंचायत सोहावल में, 10 फरवरी, 6 मार्च को जनपद पंचायत मझगवां में, 9 फरवरी, 8 मार्च को जनपद पंचायत उचेहरा में विवाह/निकाह कार्यक्रम संपन्न होगा। जिले के प्रभारी मंत्री के अनुमोदन पश्चात सामूहिक विवाह/निकाह सम्मेलन की तिथियां निर्धारित मानी जायेंगी।
इसी प्रकार 30 जनवरी, 16 फरवरी को नगर पंचायत कोठी, 30 जनवरी, 8 मार्च को नगर परिषद अमरपाटन, 31 जनवरी, 23 फरवरी, 9 मार्च को नगर पालिक निगम सतना में तथा 31 जनवरी, 23 फरवरी को नगर पालिका मैहर में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना अंतर्गत कार्यक्रम संपन्न होंगे। प्रस्तावित तिथियों के आधार पर जनपद पंचायत और नगरीय निकायों को तैयारियां प्रारंभ करने के निर्देश दिये गये हैं।
धान मिलिंग कार्य के पर्यवेक्षण के लिये जिला एवं खंड स्तरीय दल गठित
खाद्य, नागरिक एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही धान की मिलिंग का कार्य जिले के पंजीकृत राइस मिलर्स द्वारा कराया जाना है। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने धान मिलिंग के कार्य के पर्यवेक्षण के लिये जिला और खंड स्तर पर पर्यवेक्षण दल गठित किया है।
जारी आदेशानुसार जिला स्तरीय दल में जिला आपूर्ति अधिकारी, उपायुक्त सहकारिता, जिला प्रबंधक म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन, जिला प्रबंधक वेयर हाउसिंग, जिला विपणन अधिकारी और जिला समन्यक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को शामिल किया गया है। जबकि खंड स्तरीय पर्यवेक्षण दल में क्षेत्रीय कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी, स्थानीय केन्द्र प्रभारी नागरिक आपूर्ति निगम, स्थानीय शाखा प्रबंधक वेयर हाउसिंग, क्षेत्रीय सहकारिता निरीक्षक, जिला विपणन अधिकारी के स्थानीय प्रतिनिधि और ब्लाक प्रबंधक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को शामिल किया गया है।
खाद्य, नागरिक एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के निर्देशानुसार जिल ट्रकों से धान का परिवहन किया जायेगा, उनमें जीपीएस लगा होना अनिवार्य होगा। उर्पाजन केन्द्रों से मिलर को सीधे प्रदाय की जाने वाली धान की मात्रा का उपार्जन केन्द्र के नोडल अधिकारी द्वारा भौतिक सत्यापन कराया जायेगा। साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई जायेगी। मिल में धान प्राप्त होने की तौल धर्मकांटे से कराई जायेगी। गठित दल द्वारा भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट जिला प्रबंधक म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन द्वारा संधारित की जायेगी।
अधिसूचित फसलों का बीमा कराने की अंतिम तिथि आज
उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास ने बताया कि प्राकृतिक आपदा में क्षतिपूर्ति के लिये कृषक हित में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की गई है। योजनांतर्गत किसान रबी वर्ष 2022-23 के लिये अधिसूचित फसल (गेहूं, चना, सरसों, मसूर) का बीमा 31 दिसंबर तक करा सकते हैं। उन्होने बताया कि मसूर जिला स्तर पर तथा सरसों, चना एवं गेहूं पटवारी हल्का स्तर के लिये अधिसूचित है। इस संबंध की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिये नजदीकी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखाओं में संपर्क कर सकते हैं।
उप संचालक ने बताया कि सतना जिले में फसल बीमा हेतु पटवारी हल्के अधिसूचित है। जिस हल्के में जो फसल अधिसूचित है, उसी का फसल बीमा किया जा सकेगा। इसके लिये क्षेत्र की सहकारी समिति निकटतम बैंक या सीएससी पर जाकर फसल बीमा कराया जा सकता है।