सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशन में साइबर सुरक्षा जागरूकता सत्र ई-दक्ष केंद्र सतना में विगत नवम्बर माह से लगातार आयोजित किया जा रहा है। जिसमें जिलेभर के कार्यरत शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों को साइबर जगत एवं इससे संबंधित अपराध और इन अपराधों से बचने के उपाय तथा सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने जाना कि सूचना प्रौद्योगिकी एक्ट 2008 क्या है और साइबर अपराध की शिकायत कैसे और कहां की जा सकती है। इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों के प्रश्न एवं जिज्ञासाओं का भी समाधान किया जा रहा है। अब तक 40 बैच में आयोजित प्रशिक्षण में लगभग 900 शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित हो चुके हैं तथा आगामी प्रशिक्षण सत्रों में लगभग 1100 अधिकारी एवं कर्मचारियों को सम्मिलित करने का लक्ष्य शेष रह गया है, जो निरंतर जारी है। प्रशिक्षण ई-दक्ष केंद्र के वरिष्ठ प्रशिक्षक सतीश पाण्डेय एवं प्रशिक्षक डॉ. ऋतुराज रूसिया द्वारा प्रदान किया जा रहा है। प्रशिक्षण का कुशल प्रबंधन जिला ई-गवर्नेंस प्रबंधक योगेश तिवारी द्वारा किया जा रहा है। जिसमें वर्तमान में प्रचलित साइबर अपराध जैसेः हैकिंग, साइबर स्टॉकिंग, फिशिंग, एटीएम फ्रॉड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड क्लोनिंग, कीलॉगर, साइबर आतंकवाद, जूस जैकिंग, प्रोफाइल हैकिंग, फेक जॉब कॉलर, क्यूआर कोड स्कैम आदि को वर्तमान में घटित घटनाओं के उदाहरणों द्वारा समझाया जा रहा है। कार्यालयों एवं घरों में साइबर अपराधों से बचने के लिए इंटरनेट बैंकिंग द्वारा वित्तीय लेनदेन, कार्ड के उपयोग, यूपीआई का उपयोग, सोशल मीडिया, स्मार्ट डिवाइस, ब्लूटूथ, वाईफाई के सावधानीपूर्वक प्रयोग तथा सुरक्षित पासवर्ड बनाने एवं नियमित रूप से बदलने के बारे में जानकारी दी जा रही है।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिये जागरुकता शिविर आज
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार, खादी और ग्रामोद्योग आयोग मध्यप्रदेश और जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में बैंकों के माध्यम से संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के सफल क्रियान्वयन के लिये एक दिवसीय जागरुकता शिविर 29 दिसंबर को दोपहर 12 बजे शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षक संस्था (आईटीआई) में आयोजित किया जा रहा है। रोजगार स्थापित करने के इच्छुक युवा-युवतियां जागरुकता शिविर में शामिल होकर बैंक के अधिकारियों के द्वारा ऋण संबंधी एवं योजना के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।