

“खुशियों की दास्तां“
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सुशासन सप्ताह के दौरान जल जीवन मिशन अन्तर्गत घर-घर पानी पहुँचाने की मंशा के साथ सतना जिले के सुदूर तराई आँचल के ग्राम पंचायत खोही (मझगवाँ) मे नल कनेक्शन के माध्यम से घर घर पानी पहुंचने लगा है। 61 लाख 16 हजार रुपये की लागत से निर्मित नल जल योजना से लगभग 300 परिवार वाले गांव मे 293 नल कनेक्शन से 1260 आबादी को घर घर पानी पहुचाया जा रहा हैं।
कभी दस्यू प्रभावित क्षेत्र मे गिने जाने वाले खोही गाँव मे आज सभी लोग खुश हैं कि उनके गांव मे भी अब घर-घर नल से पानी आने लगा है। ग्राम पंचायत खोही की सरपंच श्रीमती सुखिया कोरी, उप सरपंच राजाराम पाण्डेय के साथ रामदास वर्मा, पूजा कुमारी, कलवतिया, केता वर्मा तथा करन अनुरागी सहित सभी ग्रामीणों ने घर-घर पानी पहुंचने की खुशी का इजहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हृदय से धन्यवाद दिया है।
खुशनुमा तस्वीर ‘‘सुरंगी गांव की सोमवती अब पूर्ण स्वस्थ्य’’
एम्स भोपाल में हुआ मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन


सुशासन सप्ताह के दौरान जिले के चित्रकूट के सुरंगी गांव की आंगनवाड़ी केंद्र की सोमवती मवासी के बारे में खुशनुमा तस्वीर सामने आई है। लगभग 4 माह पूर्व रविवार 4 सितंबर को यूपी और मध्यप्रदेश की चित्रकूट सीमा पर स्थित सुरंगी टोला की एक बालिका की हड्डियों से चिपकी हुई चमड़ी जैसा गंभीर रूप से कमजोर स्वास्थ्य का वीडियो वायरल हुआ था। कलेक्टर अनुराग वर्मा और महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तत्काल गांव पहुंचकर बालिका के स्वास्थ्य को संज्ञान में रखते हुए उसे जिला अस्पताल सतना में लाकर पूर्ण स्वस्थ होने तक रखा और अच्छे एवं बेहतर इलाज के लिए प्रदेश और प्रदेश के बाहर के नामचीन अस्पताल एवं डॉक्टरों के संपर्क में रहकर बालिका को स्वस्थ बनाने के नेक काम में जुटे रहे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संवेदनशीलता के साथ बालिका सोमवती की बेहतर देखभाल और इलाज के लिए सतत संपर्क में रहकर अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। महिला बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग की टीम के अनवरत प्रयास और निष्ठापूर्वक किए गए कार्यों से बेहतर देखभाल, इलाज की बदौलत सोमवती 4 माह बाद कुपोषण से मुक्त होकर पूर्ण स्वस्थ हो गई है। कलेक्टर सतना के विशेष प्रयास से सोमवती की आंखों के मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन मंगलवार को एम्स भोपाल में किया गया। जिससे सोमवती अब अपनी आंखों से स्पष्ट देख भी पा रही है।
चित्रकूट के सुरंगी गांव की 8 वर्षीय बालिका के बारे में पता चलते ही 4 सितंबर को जिला अस्पताल सतना लाकर पीकू वार्ड में 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया। बालिका के टाइप वन डायबिटीज होने से पर्याप्त पोषण आहार न्यूट्रीशन देने पर भी वजन नहीं बढ़ रहा था। लिहाजा बालिका को जिला स्तर पर 15 अक्टूबर 2022 तक जिला अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निरंतर देखरेख में रखा गया। विशेष रूप से डाइट चार्ट बनाकर पोषण आहार दिया गया। शिशु गृह मातृछाया सेवा भारती में विशेष निगरानी में रखकर इंसुलिन की व्यवस्था कर सोमवती के वजन की निगरानी की गई।
बालिका सोमवती की आंखों में मोतियाबिंद भी था। लेकिन टाइप वन डायबिटिक मरीज होने से ऑपरेशन दुर्लभ कठिन कार्य था। चित्रकूट में आंखों के सबसे बड़े अस्पताल सद्गुरु ट्रस्ट के नेत्र शल्यज्ञ और विशेषज्ञों से संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने चाइल्ड स्पेशलिस्ट के चित्रकूट में पदस्थ नहीं रहने के फलस्वरुप चित्रकूट के सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय द्वारा उच्च सुविधा वाले संस्थान एम्स भोपाल रेफर करने की सलाह दी गई।
एम्स में नेत्र शल्यज्ञ और चाइल्ड स्पेशलिस्ट दोनों की उपलब्धता होने से सोमवती का कैटरेक्ट ऑपरेशन निरंतर जांच और ऑब्जर्वेशन पश्चात 21 दिसंबर को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अब बालिका सोमवती कुपोषण से मुक्त होकर पूर्ण स्वस्थ्य हो चुकी है और जिला प्रशासन, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अथक प्रयासों से अपनी आंखों से दुनिया देख सकती है। सुरंगी गांव की सोमवती मवासी के परिवार के लोग खुशी के साथ प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री चौहान, कलेक्टर सतना और स्वास्थ्य तथा महिला बाल विकास के प्रति कोटि-कोटि आभार व्यक्त कर रहे हैं।