सुशासन सप्ताह में आयोजित की गई युवा नीति पर गूगल मीट कार्यशाला
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सुशासन सप्ताह में गूगल मीट के माध्यम से युवा नीति पर संभागीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रभारी कमिश्नर छोटे सिंह ने कहा कि प्रदेश में नई युवा नीति का निर्माण किया जा रहा है। इसमें 14 से 35 आयु वर्ग के युवाओं पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है। विभिन्न विभागों में युवाओं के कल्याण से जुड़ी योजनाएं संचालित हैं। विभागों को समन्वय करके युवाओं के शिक्षा, रोजगार, कौशल उन्नयन, कैरियर निर्माण, स्वास्थ्य रक्षा तथा अन्य अवसरों का अधिकतम लाभ देने के प्रयास करने होंगे। संभाग के सभी अधिकारी विभागीय योजनाओं तथा शासन के निर्देशों को ध्यान में रखकर निर्धारित बिन्दुओं में युवा नीति के संबंध में उपयोगी और व्यावहारिक सुझाव दें। इन सुझावों को लागू करने के संबंध में कार्ययोजना भी प्रस्तुत करें। कार्यशाला में ऑनलाइन जुड़े सभी अधिकारी उपयोगी सुझाव आज ही ई-मेल पर उपलब्ध करा दें।
कार्यशाला में प्रभारी कमिश्नर ने संभाग के रीवा, सतना, सीधी तथा सिंगरौली जिले के अधिकारियों से युवा नीति के निर्धारित बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की। कार्यशाला में शिक्षा एवं कौशल विकास, रोजगार के अवसर, कृषि विकास में युवा किसानों की भूमिका राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, नशामुक्ति अभियान, किशोरी स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम, दिव्यांगों के लिए रोजगार के अवसर, महिला सशक्तिकरण योजना, अल्पविराम कार्यक्रम, स्वच्छता जागरूकता, युवा इंटर्नशिप योजना तथा युवाओं के लिए खेल अनिवार्य करने जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
अपर कलेक्टर सतना श्रीमती संस्कृति जैन ने प्रत्येक शिक्षक के गहन प्रशिक्षण तथा विकासखण्ड स्तर पर कैरियर लैब के निर्माण का सुझाव दिया। पुलिस अधीक्षक सतना आशुतोष गुप्ता ने लोकायुक्त तथा ईओडब्ल्यू में युवा पुलिस अधिकारियों की पदस्थापना तथा 25 वर्ष से कम आयु के अपराधियों की जमानत केवल उसके अभिभावकों अथवा निकट संबंधियों को देने का सुझाव दिया।
युवा नीति की कार्यशाला में उद्यम क्रांति योजना में सामान्य वर्ग के युवाओं को 15 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ावर्ग एवं महिला उद्यमी को 30 प्रतिशत मार्जिन मनी देने का सुझाव दिया गया। कार्यशाला में युवा उद्यमी योजना पुनः प्रारंभ करने, विकासखण्ड स्तर में कैरियर मार्गदर्शन सेंटर बनाने, कक्षा 8 से ही विद्यार्थियों को कैरियर के लिए मार्गदर्शन देने, पर्यावरण संरक्षण तथा नशे से बचाव जैसे विषय स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दिया गया। कार्यशाला में संस्कृति, कला, पर्यटन, साहित्य, स्वास्थ्य रक्षा, युवाओं को योग और आयुर्वेद से जोड़ने संबंधी सुझाव भी दिए गए। गूगल मीट में राजस्व, गृह, वन, सामाजिक न्याय, शिक्षा, कौशल विकास, उद्योग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए। कमिश्नर कार्यालय से संयुक्त आयुक्त निलेश परीख, उपायुक्त अशोक ओहरी, उप संचालक सतीश निगम, संयुक्त संचालक शिक्षा एसके त्रिपाठी, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास ऊषा सिंह सोलंकी, संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय अनिल दुबे, महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
छात्रों के परिवहन में संलग्न वाहनों में सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करायें- कमिश्नर
रीवा संभाग के प्रभारी कमिश्नर छोटे सिंह ने संभाग अन्तर्गत जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि स्कूली छात्रों के परिवहन में लगे वाहनों में सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करायें। उन्होंने निर्देशित किया है कि परिवहन आयुक्त द्वारा पूर्व में दिये गये सुरक्षा उपायों की गाइडलाइन का पालन कराते हुए ऐसे वाहन जो नियम विरूद्ध तरीके से स्कूली छात्रों के परिवहन में संलग्न हैं उनका परीक्षण कराकर उनके विरूद्ध की गयी कार्यवाही करते हुए आगामी 7 दिवस में प्रतिवेदन कार्यालयों को भेजा जाना सुनिश्चित करें।