सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ वाणिज्यिक कर विभाग के “टैक्स रिसर्च एन्ड एनालिसिस विंग” ने डाटा एनालिटिक्स का उपयोग कर फटाका का व्यवसाय करने वाले प्रदेश के 22 जिलों के 61 व्यवसाइयों के 160 व्यावसायिक स्थानों पर छापे की कार्यवाही की। सभी छापों में लगभग 35 से 40 करोड़ यपये की कर चोरी पकड़ी एवं कार्रवाई के दौरान 6 करोड़ रूपये जमा कराए गए। वाणिज्यिक कर आयुक्त लोकेश कुमार जाटव के निर्देशन में 22 जिलों में एक साथ छापे की कार्यवाही में 160 अधिकारियों का दल और 450 सहयोगी शामिल थे। सतना जिले में मेसर्स गरिमा ट्रेडर्स के संस्थान में कार्रवाई की गई। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों के फायर वर्क्स संस्थानों में कार्रवाई की गई है। विभाग की डेटा एनालिसिस टीम द्वारा किये गये डेटा के सूक्ष्म विश्लेषण के आधार पर कर अपवंचन में संलग्न व्यवसाइयों पर विभाग द्वारा लगातार सेक्टर वाइज प्रभावी कार्रवाई की जा रही है, जो जारी रहेगी। उल्लेखनीय है कि वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा वृहद् स्तर पर डाटा एनालिटिक्स का कार्य किया जा रहा है।
बदखर फीडर अंतर्गत क्षेत्रों में आज विद्युत प्रवाह अवरूद्ध रहेगा
कार्यपालन अभियंता शहर संभाग म.प्र.पू.क्षे.वि.वि.कं.लि. सतना ने बताया कि शहर संभाग सतना अंतर्गत 17 अक्टूबर को 33/11 केव्ही उपकेन्द्र ट्रांसपोर्ट नगर से निकलने वाले 11 केव्ही बदखर फीडर के मेंटीनेंस का कार्य प्रातः 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक किया जायेगा। फीडर अंतर्गत बदखर, बिरला कॉलोनी, बिरला टपरिया, नई बस्ती, पॉलीटेक्निक कॉलेज क्षेत्र, गहरवार पेट्रोल पंप एवं संबंधित क्षेत्र में विद्युत प्रवाह अवरूद्ध रहेगा। विद्युत समस्या के निवारण हेतु टोल-फ्री नंबर 1912 या 1800-233-1266 पर संपर्क किया जा सकता है।
दीनदयाल रसोई योजना अंतर्गत खाद्यान्न आवंटित
दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना अंतर्गत माह अक्टूबर 2022 के लिये जिले में संचालित दीनदयाल रसोई की 4 कार्यरत संस्थाओं को खाद्यान्न (98 क्वि. गेहूं, 45 क्वि. चावल) का आवंटन जारी किया गया है। जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि योजनांतर्गत गेहूँ एवं चावल का प्रदाय रूपये 1 रूपए प्रति किग्रा. की दर से किया जायेगा। प्रदाय किये जाने वाले गेहूँ एवं चावल की गुणवत्ता की जांच उपरांत एफ.ए.क्यू. गुणवत्ता का ही खाद्यान्न प्रदाय किया जायेगा।
किसानों को डीएपी के स्थान पर एनपीके का प्रयोग की सलाह
कृषि विभाग द्वारा जिले के कृषकों को सलाह दी गई है कि वह डीएपी के स्थान पर एनपीके उर्वरकों का प्रयोग करें। कृषि वैज्ञानिकों ने अपनी सलाह में कहा है कि डीएपी का लागत मूल्य 1350 रूपये प्रति बोरी है जिसमें केवल दो तत्व नाइट्रोजन व फास्फोरस प्राप्त होते है। जबकि एनपीके उर्वरक की कीमत 1470 रूपये प्रति बोरी है एवं इसमें फसलों के लिए आवश्यक सभी तीन मुख्य पोषक तत्वों नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की उपलब्धता होती हैं। इस प्रकार एनपीके उर्वरक से नाइट्रोजन एवं फास्फोरस के अलावा पौधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण तत्व पोटेशियम की पूर्ति किसान सफलतापूर्वक कर सकते हैं। अतः एनपीके उर्वरक का प्रयोग करने पर किसान भाईयों को अलग से पोटाश डालने की जरूरत नहीं पड़ती है व लागत में कमी आती है। अतः किसानों के लिए डीएपी के स्थान पर एनपीके का प्रयोग लाभप्रद रहेगा।
नशामुक्त भारत अभियान- केन्द्रीय टीम 17 अक्टूबर से करेगी जिलों का भ्रमण
केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट के सदस्य 17 अक्टूबर से नशामुक्त भारत अभियान में शामिल जिलों का दौरा करेगी। सदस्यों में सैय्यद हम्मद, सुश्री निकिता शर्मा, श्री निखिल स्वराज, और सुश्री बी.आर. काव्या शामिल हैं। टीम जिलों में अभियान के तहत किये गये कार्यों का निरीक्षण करेगी।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार द्वारा नशामुक्त भारत अभियान में प्रदेश के 19 जिले शामिल है। सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण द्वारा अभियान में शामिल भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, नीमच, दतिया, नर्मदापुरम, मंदसौर, नरसिंहपुर, रतलाम, सतना, राजगढ़, धार, मुरैना और देवास जिले के विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गये है।
नारी शक्ति पुरस्कार के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित
नारी शक्ति पुरस्कार 2022 के लिए आवेदन अथवा नामांकन आमंत्रित किए हैं। ऑनलाइन आवेदन-पत्र भेजने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2022 निर्धारित की गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग भारत सरकार द्वारा ये पुरस्कार दिए जाते है। नारी शक्ति पुरस्कार 2022 के लिए आवेदन-पत्र, नामांकन केवल निर्दिष्ट वेबसाइट www.awards.gov.in के माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे। यह पुरस्कार अगले वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को प्रदान किए जाएंगे। विस्तृत जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।