Sunday , May 19 2024
Breaking News

New CDS: लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान बने देश के दूसरे CDS

New CDS Appointed: digi desk/BHN/नई दिल्ली/  भारत सरकार ने रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किया है। वे सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। जनरल बिपिन रावत की मृत्यु के नौ महीने बाद सरकार ने बुधवार को लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया है। आपको बता दें कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद से ही ये सैन्य पद खाली था।अनिल चौहान देश के डीजीएमएओ, सेना की पूर्वी कमान के कमांडर रह चुके हैं। इन दिनों वे नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल सेक्रेटेरियट में मिलिट्री एडवाइजर के पद पर तैनात थे। जनरल चौहान उत्तराखंड से चुने गये दूसरे सीडीएस हैं।

देश के नए सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्‍त) मूल रूप से उत्‍तराखंड के पौडी जिले के रहने वाले हैं। उनकी शिक्षा-दीक्षा कोलकाता में हुई और वर्तमान में उनका परिवार भी वहीं रह रहा है। चौहान के रूप में देश को उत्‍तराखंड से दूसरा सीडीएस मिला है। इससे पहले सीडीएस दिवंगत बिपिन रावत भी उत्‍तराखंड के पौड़ी जिले निवासी थे। संयोग है कि देश के दूसरे सीडीएस भी इसी जिले से हैं।

देश के नये अटॉर्नी जनरल होंगे वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणि

केंद्र सरकार ने सीनियर वकील आर वेंकटरमणि को भारत का नया अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया है। उनकी यह नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। वर्तमान में भारत के वर्तमान अटर्नी जनरल केके वेणुगोपाल हैं, लेकिन वो पद से हटने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। जिसके बाद सरकार ने नए अटॉर्नी जनरल की नियुक्ति की है। आर. वेंकटरमणि सुप्रीम कोर्ट में वरिष्‍ठ वकील और लॉ कमीशन ऑफ इंडिया के सदस्‍य हैं। वे सुप्रीम कोर्ट में तीन दशक से भी अधिक समय से प्रैक्टिस कर रहे हैं। साथ ही कई मामलों में वे केंद्र सरकार, राज्‍य सरकारों, विश्‍वविद्यालयों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का प्रतिनिधित्‍व कर चुके हैं।

उन्होंने कानून के कई क्षेत्रों में वकालत किया है, जिनमें संवैधानिक कानून, मध्यस्थता कानून, अप्रत्यक्ष कर कानून, कॉर्पोरेट और प्रतिभूति कानून, पर्यावरण कानून, शिक्षा कानून, भूमि कानून, आपराधिक कानून, मानवाधिकार कानून, उपभोक्ता कानून और सेवा कानून शामिल हैं। श्री वेंकटरमणि कई राज्य सरकारों, विश्वविद्यालयों और केंद्रीय और राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की ओर से सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों में पेश हुए हैं।

जीवन परिचय
    • 13 अप्रैल 1950 को पांडिचेरी (अब पुडुच्‍चेरी) में जन्‍म हुआ।
    • जुलाई 1977 में तमिलनाडु की बार काउंसिल में एनरोल किया और प्रैक्टिस शुरु की।
    • 1979 में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता पी.पी. राव का चैम्बर जॉइन किया और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरु की।
    • 1982 में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में स्वतंत्र रुप से प्रैक्टिस करा शुरु कर दिया।
    • 1997 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नियुक्त किया।
    • 2010 में भारत के लॉ कमीशन के सदस्य नियुक्त हुए, और 2013 में दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुने गये।
    • उन्होंने न्यायालय के कर्मचारियों की सेवा शर्तों से संबंधित मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के वकील के रूप में भी काम किया।
    • 1988 से अकादमिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं, जिसकी शुरुआत बैंगलोर में नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी के साथ हुई।
    • वर्तमान में कई लॉ स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल हैं।

About rishi pandit

Check Also

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में आज तड़के एक कार और लॉरी के बीच हुई टक्कर में पांच लोगों की मौत

अनंतपुर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में शनिवार तड़के एक कार और लॉरी के बीच …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *