MP, Two hundred and fifty crore scam in the name of silk production in madhya pradesh: digi desk/BHN/भोपाल/ नर्मदापुरम के बनखेड़ी क्षेत्र में रेशम उत्पादन में हुए ढाई सौ करोड़ के घोटाले में वहां के किसान जिला रेशम अधिकारी शरद श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। 23 किसान शुक्रवार को भोपाल पहुंचे। उन्होंने आयुक्त रेशम मनु श्रीवास्तव को शिकायत देकर कहा है कि शरद श्रीवास्तव की मिलीभगत से ही गड़बड़ी हो रही है।
आयुक्त ने पिछले हफ्ते दो कर्मचारियों को निलंबित किया है, लेकिन बड़े अधिकारी बचे हुए हैं। इसके पहले भी किसानों ने भ्रष्टाचार की शिकायत संचालनालय में अधिकारियों से की है, लेकिन गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इससे किसानों में गुस्सा है। उनका कहना है कि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई तो वह मुख्यमंत्री से मिलकर यह मामला उठाएंगे।
बता दें कि 21 सितंबर को आयुक्त ने तृतीय श्रेणी कर्मचारी (प्रवर्तक) संतोष तिवारी और जगदीश विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया था। संतोष पर आदिवासियों की जमीन ठेके पर लेकर गड़बड़ी करने और जगदीश पर परिवार के लोगों को योजना में फायदा पहुंचाने का आरोप है।
इनके निलंबन के बाद भी किसान संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि शरद श्रीवास्तव प्रदेश मुख्यालय को गलत जानकारी देकर अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। मंत्रालय में बैठे एक अधिकारी उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। किसानों ने यही शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव को भी भेजी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि शरद श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह भोपाल आकर आंदोलन करेंगे।
क्या है मामला
अकबर अहमद नामक किसान ने रेशम उत्पादन में भ्रष्टाचार की शिकायत आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में की थी। इसके बाद इस साल फरवरी में किसानों ने जिला रेशम अधिकारी के खिलाफ आयुक्त रेशम से शिकायत की थी। रेशम संचालनालय ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी। जांच में शहतूत के खेती का ज्यादा रकवा कागजों में दिखाया गया। किसानों से ककून की खरीदी के आंकड़ों में घालमेल कर अनुदान राशि कुछ कर्मचारी-अधिकारियों ने अपनी जेब में डाल ली। इसमें करीब डेढ़ करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का अनुमान है।
इनका कहना है
इस मामले में दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। चार लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसमें शरद श्रीवास्तव भी शामिल हैं। विभागीय जांच भी चल रही है। इसके बाद अन्य जिम्मेदारों पर कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
मनु श्रीवास्तव, आयुक्त, रेशम