सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चित्रकूट में प्रति वर्ष आयोजित होने वाले 5 दिवसीय दीपावली अमावस्या मेला के दौरान देश एवं प्रदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु जन पहुंचते हैं। इस वर्ष दीपावली अमावस्या मेला 22 से 26 अक्टूबर के बीच आयोजित होगा। प्रशासन द्वारा मेला आयोजन की आवश्यक तैयारियां एक माह पहले से शुरू कर दी गई है। कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने रविवार को चित्रकूट भ्रमण के दौरान मेलें में की जा रही व्यवस्थाओं और तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने प्रमुख स्थानों पर क्राउड मैनेजमेंट और पार्किंग व्यवस्था का भी जायजा लिया। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े, आयुक्त नगर निगम राजेश शाही, एसडीएम पीएस त्रिपाठी, एसडीओपी आशीष जैन, थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी भी उपस्थित रहे।
चित्रकूट में चार दिवसीय ग्रामोदय मेला 9 से 12 अक्टूबर तक, कलेक्टर, एसपी ने तैयारियों का लिया जायजा
ग्रामोदय मेला चित्रकूट स्थित दीनदयाल शोध संस्थान में 9 से 12 अक्टूबर तक होगा। राज्य शासन का सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग इस मेले में भागीदारी कर ‘एक जिला-एक उत्पाद’ सहित ग्रामीण युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ कर गाँवों को आत्म-निर्भर बनाने की दिशा में सहयोग करेगा। चित्रकूट में आयोजित होने वाले ग्रामोदय मेले के आयोजन के संबंध में कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने रविवार को दीनदयाल शोध संस्थान पहुंचकर स्थानीय अधिकारियों और संस्थान के पदाधिकारियों के साथ मेला आयोजन की रुपरेखा और गतिविधियों के संबंध में चर्चा की। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े, अपर कलेक्टर राजेश शाही, डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन सहित स्थानीय प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।
संगठन सचिव डीआरआई अभय महाजन ने बताया कि 9 से 12 अक्टूबर तक चलने वाले ग्रामोदय मेले के दौरान ग्रामोदय विश्वविद्यालय के संस्थापक स्व. श्री नानाजी देशमुख के जन्म-दिन के दृष्टिगत शरदोत्सव भी मनाया जायेगा। 4 दिवसीय इस मेला में मध्यप्रदेश शासन और भारत सरकार के कई मंत्रीगण भी सम्मिलित होंगे। फिक्की भी मेला के आयोजन में सहयोग करेगा। मेला का आकर्षण मुख्य रूप से ग्रामीण उत्पादों के साथ ही ‘एक जिला-एक उत्पाद’ होगा।
बिजली कंपनियों में कार्यरत संविदा, आउटसोर्स कार्मिकों का कराएँ दुर्घटना बीमा
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि विद्युत कंपनियों में कार्यरत संविदा और आउटसोर्स कार्मिकों का दुर्घटना बीमा एवं ईएसआई अनिवार्य रूप से करवाएँ। उन्होंने कहा है कि संज्ञान में आया है कि उपकेन्द्रों तथा लाइनों के रख-रखाव के दौरान कई बार दुर्घटना होने पर इनके इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाती है।