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Satna: चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच होगा चित्रकूट का दीपावली मेला, आवश्यक व्यवस्थाओं के लिये कलेक्टर ने ली बैठक

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ चित्रकूट में आगामी दीपावली मेला 22 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक आयोजित होगा। अमावस्या मेला के दौरान चित्रकूट में देश-देशांतर से आने वाले श्रद्धालु तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं एवं आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में शुक्रवार को चित्रकूट के रघुवीर मंदिर में कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेले की तैयारियों एवं सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों को जिम्मेदारी और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े, नगर परिषद अध्यक्ष साधना पटेल, एसडीएम पीएस त्रिपाठी, तहसीलदार नितिन झोड़, प्रधान पुजारी कामतानाथ चित्रकूट, एसडीओपी आशीष जैन, सीएमओ, सीईओ जनपद सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं साधु-संत तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
चित्रकूट अमावस्या मेले की व्यवस्थाओं के संबंध में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए समय रहते सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था, प्रकाश, पेयजल, आश्रय स्थल सहित आवागमन के मार्गों सहित भीड़ नियंत्रण के लिए ड्रॉप गेट एवं बैरिकेटिंग की व्यवस्था दुरुस्त रखें। राजस्व विभाग आश्रय स्थलों का चिन्हांकन करें एवं चित्रकूट के दार्शनिक केंद्र आवागमन, सुविधाओं को प्रदर्शित करने वाली मैप होर्डिंग भी लगवाए। नगर परिषद चित्रकूट साफ-सफाई, पेयजल, आंतरिक सड़कों की मरम्मत, कंट्रोल रुम, खोया-पाया केंद्र आदि की व्यवस्था करें।

कलेक्टर ने कहा कि मेले के दौरान संपूर्ण पेयजल व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग नोडल होगा। विद्युत कंपनी के अधिकारी पूरे नगर परिषद क्षेत्र का भ्रमण कर लाइन और ट्रांसफार्मर चेक कर लें। कहीं भी विद्युत दुर्घटना की संभावना नहीं रहनी चाहिए। मेले के दौरान चित्रकूट क्षेत्र में सतत विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। बैरिकेटिंग के लिए बांस बल्ली और अलाव के लिए लकड़ी की व्यवस्था वन विभाग करेगा। बैरिकेटिंग और लोक निर्माण की सड़कों को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की होगी। खाद्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों से कलेक्टर ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र की दुकानों में राशन वितरण, होटलों में खान-पान की वस्तुओं की सैंपलिंग के अलावा खाने-पीने की वस्तुओं की रेट सूची प्रतिष्ठान में प्रदर्शित कराएं और खाद्य पदार्थों की बिक्री तय कीमत पर सुनिश्चित कराएं।

कलेक्टर ने कहा कि संपूर्ण मेला क्षेत्र में प्रकाश की समुचित व्यवस्था रहे। नदी के घाटों में पर्याप्त गोताखोर और बचाव सामग्री के साथ होमगार्ड की टीम भी तैनात रहेंगी। नाविकों से भी कहा गया है कि नाव में क्षमता से अधिक सवारी नहीं बैठायें। नावों में बैठक क्षमता और रेट सूची भी प्रदर्शित करें। पुलिस अधीक्षक श्री गुप्ता ने कहा कि निर्देशों के उल्लंघन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने दीपावली मेले के दौरान और उससे पूर्व सभी पेयजल स्त्रोतों का जल परीक्षण और शुद्धिकरण तथा क्लोरीनेशन सतत रूप से कराने के निर्देश भी दिए हैं। होटल एवं रेस्टोरेंट के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि मेला के दौरान असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके। मेला जोन के निर्धारित स्थलों पर निःशुल्क चिकित्सा केंद्र तथा प्रमुख स्थानों पर एंबुलेंस की व्यवस्था भी रखने के निर्देश दिए गए। एमपी यूडीसी, पर्यटन विभाग एवं सेतु संभाग स्मार्ट सिटी के चल रहे निर्माण कार्यों को यथासंभव दीपावली मेला के पहले पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए हैं। पूर्ण नहीं हो सकने वाले निर्माण कार्यों में मटेरियल को सुरक्षित रूप से रखने को कहा गया है, ताकि कोई असुविधा नहीं हो। संपूर्ण परिक्रमा क्षेत्र में होटल और रेस्टोरेंट में घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग प्रतिबंधित किया गया है। व्यावसायिक गैस सिलेंडर की भी नियमित जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।

चार दिवसीय ग्रामोदय मेला 9 से 12 अक्टूबर तक

ग्रामोदय मेला चित्रकूट स्थित दीनदयाल शोध संस्थान में 9 से 12 अक्टूबर तक होगा। राज्य शासन का सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग इस मेले में भागीदारी कर ‘एक जिला-एक उत्पाद’ सहित ग्रामीण युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ कर गाँवों को आत्म-निर्भर बनाने की दिशा में सहयोग करेगा। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के संस्थापक स्व. श्री नानाजी देशमुख के जन्म-दिन के दृष्टिगत इस दौरान शरदोत्सव भी मनाया जायेगा। मेला में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सम्मिलित होंगे।
उद्योग आयुक्त कार्यालय में दीनदयाल शोध संस्थान के सचिव श्री अभय महाजन और एमएसएमई विभाग के सचिव श्री पी. नरहरि ने ग्रामोदय मेला में होने वाली गतिविधियों को अंतिम रूप दिया। फिक्की मेला के आयोजन में सहयोग करेगा। चार दिवसीय इस मेला में मध्यप्रदेश शासन और भारत सरकार के कई मंत्रीगण भी सम्मिलित होंगे।

ग्रामोदय मेला में मुख्यतः महिलाओं को फूड प्रोसेसिंग में हुनरमंद बनाने के लिए 2 दिवसीय वर्कशाप के अलावा वित्तीय सहयोग और सशक्तिकरण के लिए विशेष सत्र होंगे। कृषि क्षेत्र में प्राकृतिक खेती को लेकर किसानों को खेती की बारीकियाँ और होने वाले लाभ को बताया जायेगा। जनजातीय बहुल मध्यप्रदेश को ध्यान में रखते हुए ग्रामोदय मेला में जनजातीय वर्ग को आत्म-निर्भर बनाने के लिए परियोजनाओं आदि पर सत्र होंगे।

चर्चा के दौरान जिला पंचायत की सहभागिता के लिए सभी 52 जिला पंचायत के अध्यक्ष सहित जन-प्रतिनिधियों का सम्मेलन भी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। मेले के चार दिवसीय आयोजन में अलग-अलग गतिविधियाँ भी होंगी। मेला का आकर्षण मुख्य रूप से ग्रामीण उत्पादों के साथ ही ‘एक जिला-एक उत्पाद’ होगा।

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