“खुशियों की दास्तां”
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। यह योजना उन किसानों पर फसल के प्राकृतिक आपदा में नुकसान का बोझ कम करने में मदद करती है। साथ ही खराब मौसम से भी यह योजना उनकी रक्षा करती है। साथ ही बीमा दावे के निपटान की प्रक्रिया को तेज और आसान बनाया गया है ताकि किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। सतना जिले में बचवई निवासी रामसिया बागरी, राज बहादुर बागरी, मुन्नीलाल बागरी तथा लालेंद्र प्रसाद बागरी सहित बड़ी संख्या में ऐसे किसान है जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेकर खुश हैं और खेती को मुनाफे का धंधा बना रहे हैं।
बचवई निवासी कृषक लालेंद्र प्रसाद बागरी ने बताया की रबी के सीजन में प्राकृतिक प्रकोप से उनके खेत में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह से खराब हो गई थी। उन्होंने ऋण लेकर खेती करने के साथ अपनी फसल का बीमा भी करवाया था। फसल खराब होने पर बड़ी आसानी से उन्हे फसल बीमा योजना के तहत समुचित आर्थिक लाभ मिला है। श्री बागरी ने किसानों के हित में केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई देते हुए आभार जताया है। उन्होंने बताया की सरकार की योजनाओं की मदद से किसान अपने खेतों से फसल का भरपूर उत्पादन करके मुनाफा कमा रहें हैं।
बृजगोपाल के पक्के मकान का सपना हुआ पूरा
हर व्यक्ति चाहता है कि उसके परिवार के रहने के लिए पक्का और सुविधायुक्त आवास हो। नगर पालिक निगम सतना के रहने वाले बृज गोपाल विश्वकर्मा मजदूरी करके अपने परिवार का जीवन-यापन करते हैं। कच्चे आवास में उन्हें तथा परिवार के सदस्यों को परेशानी होती थी। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से 2 लाख 50 हजार रुपए की राशि प्राप्त करके बृजगोपाल विश्वकर्मा ने पक्का आवास बना लिया है। प्रधानमंत्री आवास योजना ने बृजगोपाल के पक्के आवास का सपना पूरा किया है।
बृजगोपाल ने बताया कि मजदूरी करके मैं अपनी आजीविका चला रहा हूँ। मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि कभी मेरे पास पक्का घर होगा। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की गरीबों के कल्याण की आवास योजना ने मुझे पक्का आवास दिया है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जन्मदिवस की शुभकामनायें देता हूं और उनके प्रति आभार व्यक्त करता हूँ।