लाइन, ट्रांसफॉर्मर का मेंटीनेंस सुनिश्चित करें, ट्रिपिंग में लायें कभी
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले के बकाया बिलों के कारण इलिजिबल हुये ट्रांसफॉर्मर के उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित कर बकाया बिल जमा कर इन ट्रांसफॉर्मरों को भी बदलने के निर्देश दिये हैं। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में विद्युत आपूर्ति लाइनों, ट्रांसफॉर्मरों का मेंटीनेंस सुनिश्चित करें तथा ट्रिपिंग में कमी भी लाये। इस मौके पर अधीक्षण यंत्री जीडी त्रिपाठी, कार्यपालन यंत्री ओ एंड एम धीरेन्द्र सहित विद्युत विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि बिजली बिल करेक्शन की शिकायते आ रही है, जिनको त्वरित सुधार कर निराकरण किया जाय। इस संबंध में अधीक्षण अभियंता ने बताया कि सभी शिकायते विद्युत हेल्पलाईन नंबर 1912 के माध्यम से दर्ज की जा रही है एवं सुधार योग्य बिलों का अविलम्ब सुधार भी किया जा रहा है। उन्होने बताया कि ऊर्जा विभाग द्वारा पेपरलेस बिलिंग की सुविधा प्रारंभ की गई है। इस योजना में रीडिंग के समय ही बिल प्रोसेस हो जाते है एवं बिल जमा करने की तिथि 10 दिन बाद की दी जाती है तथा तत्काल उपभोक्ता के मोबाइल में मैसेज चला जाता है, उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल नंबर अद्यतन कराने की सलाह दी जा रही है, जो स्मार्ट बिजली एप, 1912 या कार्यालय में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। सरकारी बिलों को ई-मेल के माध्यम से भेजा जा रहा है। माह सितम्बर से कोई भी बिल प्रिन्ट नही किये जायेंगे, परन्तु अगर किसी को मैसेज नही प्राप्त होता है एवं बिजली बिल की डिमाण्ड करते है, तो उन्हे दिया जायेगा।
कलेक्टर श्री वर्मा ने सीएम हेल्पलाईन पोर्टल पर दर्ज विद्युत संबंधी शिकायतों की भी समीक्षा की और शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण करने के निर्देश दिये। अधीक्षण यंत्री ने बताया कि ऊर्जा विभाग में जिले की कुल शिकायतों का 35 प्रतिशत के लगभग होने के बावजूद संतुष्टि का प्रतिशत 90 से 95 प्रतिशत के आसपास है।
समीक्षा बैठक में अधीक्षण अभियंता ने बताया कि सतना में कुल 24 हजार 600 वितरण ट्रॉसफार्मर स्थापित है। जिसमें अप्रैल-2022 से अगस्त-2022 तक 1457 ट्रॉसफार्मर फेल हुए। जिसमें से 1435 ट्रॉसफार्मर बदल दिए गये है एवं 21 ट्रॉसफार्मर बदलने हेतु शेष है। इसके अतिरिक्त 64 ट्रॉसफार्मर ऐसे है, जो पात्र नही है। उनमें बकाया बिल जमा कराने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये गये है, ताकि ऐसे सभी ट्रांसफार्मर जो नियमानुसार बदलने हेतु पात्र नही है, बिल की राशि जमा कराकर बदले जा सके। 11 केव्ही फीडर सतना जिले में 410 है, जिनमें से 409 में फीडर मीटर चालू है एवं एक बंद है। सभी फीडरों की सप्लाई की मॉनीटरिंग एम डास सिस्टम के माध्यम से फीडर मीटरों का डाटा लेकर की जाती है।
वर्तमान स्थिति में माह अगस्त-2022 में 49 कृषि फीडरों में औसत सप्लाई 7 घंटे 45 मिनट, 253 मिक्स फीडरों में औसत सप्लाई 21 घंटे 32 मिनट और 108 घरेलू फीडरों में औसत सप्लाई 22 घंटे 20 मिनट की गई है। इस संबंध में कम सप्लाई के बारे में अधीक्षण अभियंता ने बताया कि बारिश के कारण व्यवधान बढ़ने के कारण औसत सप्लाई में कमी आई है, जिसको सितम्बर एवं आगे के माहों में सुधार किया जायेगा। इस पर कलेक्टर श्री वर्मा ने लाइन एवं ट्रॉसफार्मर का मेन्टीनेंस सुनिश्चित करनें एवं ट्रिपिंग में कमी करने सभी अधिकारी-कर्मचारी उपभोक्ताओं के फोन काल अटेन्ड करने एवं शिकायतों का निराकरण त्वरित सुनिश्चित करने निर्देश दिये हैं।
राजस्व पैरामीटर के संबंध में अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जिले का माह अप्रैल से अगस्त तक का सीआरपीयू 3.85 रुपये है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि तक 3.52 रुपये था। बिलिंग इफिसेन्सी 79.13 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष इसी अवधि तक 75.93 प्रतिशत थी। राजस्व वसूली इस वर्ष अप्रैल से अगस्त तक 436.19 करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष इसी अवधि तक 401.41 रुपये करोड़ थी। बिलिंग इफिसेन्सी एवं राजस्व वसूली में कम्पनी स्तर में सतना की प्रगति सर्वाधिक है। जिले में रूफटाफ सोलर के लिये आवेदन स्मार्ट बिजली एप के माध्यम से किये जा सकते है, जिसका प्रचार-प्रसार कर उपभोक्ताओं से सोलर लगवाने के लिये कहा जा रहा है।