सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ महिला बाल विकास संचालनालय भोपाल से आई विशेष टीम के अधिकारियों ने सोमवार को मझगवां, सोहावल परसमनिया (उचेहरा), नागौद (सिंहपुर) क्षेत्र की अनेक आंगनवाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण कर आईसीडीएस की सेवाओं एवं बच्चों के पोषण संबंधी जानकारी ली। उन्होंने इस दौरान आंगनवाड़ी केंद्र में दर्ज बच्चों के यहां गृह भेंट कर अभिभावकों से पोषण सेवाओं की जानकारी ली। अतिरिक्त संचालक श्रीमती राजपाल कौर ने जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह के साथ मझगवां क्षेत्र के भरगवां, पटना कला, कानपुर और चित्रकूट के सुरंगी टोला के आंगनवाड़ी केंद्र तथा मझगवां की एनआरसी चेक किये। संयुक्त संचालक ऊषा सोलंकी की टीम ने सोहावल की नैना, बारीखुर्द तथा एनआरसी, आशीष द्विवेदी की टीम ने परसमनिया, पिपरिया की आंगनवाड़ी केन्द्र एवं उचेहरा एनआरसी और सुबोध गर्ग की टीम ने नागौद की रौंड़, झिरिया, पुरुषोत्तमपुर की आंगनवाड़ी केन्द्र और नागौद एनआरसी का निरीक्षण किया।
कुमारी सोमवती को निकली जुवेनाइल डायबिटीज टाइप-वन की बीमारी
नगर परिषद चित्रकूट वार्ड क्रमांक 13 के अंतर्गत आने वाले सुरंगी टोला आंगनवाड़ी क्षेत्र की 7 वर्षीय गंभीर सैम बालिका के वीडियो प्रकाश में आने पर महिला बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर बालिका को उच्च चिकित्सा के लिये जिला अस्पताल सतना के पीकू वार्ड में भर्ती कराया गया है। बालिका के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बच्ची अत्यधिक कम वजन साढ़े सात किलोग्राम, सुस्त अवस्था एवं खून में अत्यधिक शक्कर की मात्रा (ब्लड सुगर 755 मिलीग्राम) भर्ती के समय पाया गया था। सोमवार को कलेक्टर अनुराग वर्मा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े जिला अस्पताल के पीकू वार्ड पहुंचे और बच्ची सोमवती के स्वास्थ्य लाभ के संबंध में डॉक्टर्स से जानकारी ली।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ केएल सूर्यवंशी और प्रभारी अधिकारी पीआईसीयू डॉ संदीप द्विवेदी की संयुक्त मेडीकल रिपोर्ट के अनुसार बच्ची को बाल गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कर 24 घंटे स्वास्थ्य पर निगरानी रखी गई तथा साइडिंग स्केल के अनुसार रेगुलर इंसुलिन, ब्लड सुगर की भी मॉनीटरिंग की जाकर सर्पोटेड इलाज शुरु किया गया। बच्ची की स्थिति फिलहाल स्थिर अवस्था में हैं और उसे डाइट चार्ट के अनुसार खाना दिया जा रहा है। जांच रिपोर्ट के अनुसार बच्ची को जुवेनाइल डायबिटीज टाइप-वन प्रकार की बीमारी है। जिसकी वजह से ब्लड सुगर नियंत्रित नहीं होने के कारण उसका वजन नहीं बढ़ रहा है। बच्ची की मौसी कुमारी सीमा मवासी ने बताया है कि बच्ची घर में भी 3 से 4 बार सामान्य रुप से भोजन करती थी। इसी प्रकार अस्पताल में भर्ती रहकर भी भोजन ले रही है। आज दोपहर 2 बजे की रिपोर्ट में बच्ची के ब्लड में सुगर की मात्रा 90 मि.ग्रा दर्ज की गई है और इंसुलिन की मात्रा नहीं दी गई है।