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Satna: बारिश के बाद होने वाली बीमारियों से बचाव की सलाह

 

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि वर्षा के मौसम में बीमारियां फैलने का खतरा अधिक रहता है। इस मौसम में होने वाली बीमारियां खतरनाक साबित हो सकती है। इससे सावधानी बरतने की आवश्यकता है, लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि वर्षा के मौसम में होने वाली बीमरियां जैसे सर्दी, जुखाम, बुखार, मलेरिया, चिकनगुनिया, हैजा एवं टाइफाइड हो सकते है। सर्दी, जुखाम, बुखार से बचने के लिए बारिश में ज्यादा देर तक न भीगे, भीगने से बचे, भीगने पर शरीर को साफ-कपड़े से पोछे तुरंत कपड़े बदले। मलेरिया से बचने के लिये अपने घर के आसपास गड्ढा न होने दें, अगर गड्ढा हो तो, उसमें पानी इकठा न होने दें। हैजा से बचने के लिए घर के आसपास सफाई रखें, गंदा पानी उपयोग में न लायें, पानी को छानकर या उबालकर उपयोग करें। टाइफाइड खतरनाक बीमारी में से एक है। यह संक्रमित जल व दूषित भोजन से होता है, इस बीमारी में तेज बुखार आता है एवं कई दिनों तक रहता है। इस बीमारी का संक्रमण रोगी के पित्ताशय में रहता है, टाइफाइड होने वाले रोगी से दूर रहना चाहिए और चिकित्सक से दवा लेनी चाहिए।

जिले में अब तक 701 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

जिले में इस वर्ष 1 जून से 2 सितंबर 2022 तक 701 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 769.5 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 504.2 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 430.3 मि.मी., बिरसिंहपुर में 780 मि.मी., रामपुर बघेलान में 578 मि.मी., नागौद में 982 मि.मी., जसो (नागौद) में 436 मि.मी., उचेहरा में 877 मि.मी., मैहर में 619.5 मि.मी., अमरपाटन में 713 मि.मी. तथा रामनगर तहसील में 1022.2 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि तक जिले में 641.5 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी।

उप संचालक कृषि ने किसानों को दी शीघ्र धान रोपाई की सलाह

जिले में पिछले एक सप्ताह में अच्छी वर्षा हुई है। कई किसान धान की रोपाई के लिए गहरी बारिश का इंतजार कर रहे थे। अच्छी वर्षा से नदी, नालों, तालाबों तथा खेतों में पर्याप्त पानी आ गया है। कृषि विभाग के उप संचालक ने किसानों को सलाह दी है कि जो किसान वर्षा के अभाव में रोपा नहीं लगा पाये हैं वे अपने-अपने खेतों में धान की रोपाई शीघ्र करें। उप संचालक ने कहा कि समय पर वर्षा न होने से रोपाई के लिए तैयार की गई धान अधिक दिनों की हो गई है। इसकी कटिंग करके रोपाई करें। तीन से चार इंच तक कटिंग करने से धान की बढ़वार तेजी से होगी तथा उसमें फलन भी शीघ्र होगा। इसके साथ-साथ किसान आगामी फसल की भी तैयारी कर लें।

उप संचालक ने कहा कि जो किसान धान की रोपाई नहीं कर पाए हैं वे रामतिल, तोरिया आदि फसल ले सकते हैं। वर्षा का जोर कम होने तथा हल्की ठंड शुरू होने के साथ ही आगामी फसल की बोनी शुरू कर दें। अलसी तथा सरसों की भी समय पर बोनी कर दें। इनके खेतों की कटाई होने के बाद उसमें प्याज की खेती की जा सकती है। जिले में कई किसान बड़े पैमाने पर प्याज की खेती कर रहे हैं। दो फसलों के बीच में कम अवधि की सब्जी की फसलें भी ली जा सकती हैं। किसान जमीन उपलब्ध होने पर बांस का रोपण करके भी अतिरिक्त लाभ कमा सकते हैं। बांस को रोपित करने के बाद केवल दो वर्षों तक देखभाल की आवश्यकता होती है। इसके बाद लगभग 40 साल तक बिना किसी खर्च के उससे उत्पादन प्राप्त होता रहता है।

आधार डाटा संग्रहण करने विशेष कैंप आयोजित करने के निर्देश

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश भोपाल के निर्देशानुसार जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों में आधार डाटा संग्रहण कार्य निरंतर जारी है। मतदाता सूची में दर्ज मतदाताओं के आधार संग्रहण के कार्य में और अधिक गति लाने के उद्देश्य से 4 सितंबर 2022 को जिले के सभी मतदान केन्द्रों में विशेष कैम्प आयोजित किये जायेंगे।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर 4 सितंबर (रविवार) को विशेष कैम्प आयोजित कराकर बी.एल.ओ. को अपने स्तर से निर्देशित करें कि वे आधार संग्रहण कार्य हेतु विशेष कैम्प का व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर विशेष कैम्प में आधार डाटा संग्रहण का कार्य प्रत्येक मतदान केन्द्र पर 100 मतदाताओं या उससे अधिक का आधार संग्रहण कराया जाना सुनिश्चित करें। आयोग के निर्देशानुसार 15 सितंबर 2022 तक 95 प्रतिशत आधार डाटा संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सभी अनुविभागीय अधिकारी (रा.) विशेष कैंप के दौरान मतदान केन्द्रों को आकस्मिक निरीक्षण करना भी सुनिश्चित करें।

 

 

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