सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ पंजीकृत निर्माण श्रमिक अथवा उनके परिवार के सदस्य खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा संचालित खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना का लाभ उठाएं। मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल की खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के नियमों के अनुसार पंजीकृत निर्माण श्रमिक अथवा उनके परिवार के सदस्य को जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता में चयनित होने पर 10 हजार रूपए, संभाग स्तरीय खेल प्रतियोगिता में चयनित होने पर 25 हजार रूपए तथा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित होने पर 50 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि प्रदाय की जाती है।
योजना का लाभ उठाने के लिए पंजीकृत निर्माण श्रमिक अथवा उनके परिजन ग्रामीण क्षेत्र के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत तथा शहरी क्षेत्र में मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगरपालिका परिषद, नगर पंचायत में संपर्क कर सकते हैं। इच्छुक पंजीकृत निर्माण श्रमिको एवं उनके परिजनो से कहा है कि वे खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा समय-समय पर आयोजित होने वाली विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेकर उक्त योजना का लाभ प्राप्त करें।
सूकर में अफ्रीकन स्वाइन फीवर : रोकथाम के निर्देश जारी
संचालक पशुपालन एवं डेयरी डॉ. आर.के. मेहिया ने रीवा जिले में मृत सूकर में अफ्रीकन फीवर की पुष्टि के बाद विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों को सतर्क रहने और रोकथाम के दिशा निर्देश जारी किए हैं। रीवा शहर में सूकरों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। मृत सूकरों के सेम्पल जाँच के लिए रीवा जिले के पशु चिकित्सा अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान को भेजे गए थे। नमूनों की जाँच से मृत सूकरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर बीमारी की पुष्टि हुई है।
अफ्रीकन स्वाइन फीवर, सूकरों में होने वाली वायरस जनित बीमारी है। यह सूकरों से अन्य पशुओं (गाय, भैंस,बकरी) में नहीं फैलती है। साथ ही यह सूकरों से मनुष्यों में भी नहीं फैलता है। अफ्रीकन स्वाइन फीवर का वर्तमान में कोई उपचार नहीं है। साथ ही सूकरों को इस बीमारी से बचाव के लिए कोई टीकाद्रव्य भी नहीं है। अतः इस बीमारी से बचाव एवं बीमारी को फैलने से रोकना ही एकमात्र उपाय है।
संचालनालय पशुपालन एवं डेयरी द्वारा अफ्रीकन स्वाइन फीवर से बचाव के लिए सभी संभाग एवं जिला अधिकारियों को बीमारी की स्थिति में नेशनल एक्शन प्लान फॉर कंट्रोल, कन्टेनमेन्ट और इरेडिकेशन ऑफ अफ्रीकन स्वाइन फीवर के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए गए है, जिनमें बीमारी की स्थिति में प्रसार को रोकने के निम्न सुझाव दिये गये हैं –
1. बीमार जानवर को स्वस्थ पशु से अलग रखा जाये।
2. संक्रमित पशु के भोजन, बिसरा और अवशेष का जैव सुरक्षा मानदण्डों के साथ निपटान किया जाय।
3. संक्रमित मृत पशु को जैव सुरक्षा मानदण्ड के साथ पशु चिकित्सा सलाह के अनुसार ही निपटान करना है।
4. सीरो सबैलेन्स, सीरो मानिटरिंग और जैव सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाय।
5. इस बीमारी के वाहक सॉफ्ट टिक्स के निपटान एवं नियन्त्रण के लिए समुचित उपाय किए जायें।
6. सूकर प्रजाति एवं सूकर फार्म से जुड़े वाहनों के आवागमन, खरीद-फरोक्त पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाये।
संयुक्त संचालक, रीवा को संक्रमित क्षेत्र में सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और बीमारी की रोकथाम के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
वोटर हेल्पलाइन एप से प्राप्त होंगी महत्वपूर्ण जानकारियाँ
वोटर हेल्प लाइन एप मतदाताओं के लिये मतदाता सूची में अपना नाम खोजने, मतदाता पंजीकरण और संशोधन के लिये फार्म जमा करने, उनकी डिजिटल मतदाता पर्ची डाउनलोड करने, शिकायत करने, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के बारे में विवरण खोजने और सबसे महत्वपूर्ण चुनाव के समय परिणाम देखने के लिये व्यापक एप है।
वोटर हेल्पलाइन ऐप भारत के चुनाव आयोग का सबसे महत्वपूर्ण मोबाईल एप है। एप में क्यूआर कोड के जरिए मतदान केन्द्रों की तलाशी काफी आसान और तेज हो गई है। फोटो मतदाता पर्ची में क्यूआर कोड होता है। जिसमें मतदान अधिकारियों द्वारा मतदान केन्द्र में स्कैन किया जाता है। अब मतदाता अपनी डिजिटल फोटो, मतदाता पर्ची वोटर हेल्पलाइन मोबाईल एप से भी डाउनलोड कर सकते है। डिजिटल फोटो मतदाता पर्ची को भौतिक मतदाता पर्ची के बजाय मतदान केन्द्र पर दिखाया जा सकता है।