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Satna: लगातार बरिश से नदी, नाले उफान पर, कई जगह हुए हादसे

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना जिले में रविवार को भी दिन भर वर्षा जारी रही। शनिवार से जारी मूसलाधार वर्षा से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। जिसके बाद लगातार वर्षा से कई स्थानों पर जलभराव हुआ है। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी उफान पर है जिससे चित्रकूट के विभिन्ना घाट डूब गए हैं। मंदाकिनी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और रामघाट में मंदाकिनी नदी के किनारे की आधा सैकड़ा दुकानों में पानी प्रवेश कर गया लेकिन दुकानदारों ने दुकानें नहीं खाली कीं। चित्रकूट के आरोग्यधाम का रास्ता भी डूबा गया। प्रमोद वन के घाटों के भी ऊपर पानी चल रहा। मंदाकिनी का जलस्तर बढ़ने से राघव प्रयाग घाट का रपटा भी डूब गया। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की स्थिति बन रही है जिसे लेकर सतना जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश प्रशासन भी सतर्क हो गया है। इसी तरह सतना में सतना नदी सहित टमस का भी जलस्तर बढ़ गया है और वे उफान पर हैं। लगातार वर्षा से जिले में कई स्थानों पर पेड़ और मकान गिरने की घटनाएं हुई जिससे कुछ लोगों को चोटें आई हैं। गनीमत रही कि जिले में अब तक किसी भी तरह का बड़ा हादसा सामने नहीं आया है जिसमें किसी की जान को नुकसान हुआ हो। मैहर में टमस नदी के तेजी से बढ़ रहे जल स्तर के कारण मैहर एसडीएम धर्मेंद्र मिश्रा ने नदी के किनारे बसे गांव में चेतावनी जारी कर दी है। प्रशासनिक अधिकारियों को निचले स्तर पर डूब प्रभावित क्षेत्रों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि कोई जन हानि न हो।

यहां हुए हादसे 
वर्षा के दौरान मैहर में भी हादसा हुआ है। यहां मैहर के ग्राम पंचायत तिंदूहटा में वार्ड नंबर चार में अतिवृष्टि से एक मकान भरभराकर गिर गया। इस हादसे में भी लोग बाल-बाल बच गए। देर रात वर्षा होने के चलते अमरपाटन के ग्राम शिवपुरवा में अंजनी द्विवेदी का कच्चा मकान गिरा गया जिसमें मलबे के नीचे एक गाय की दबने से मौत हो गई जबकि अंजनी द्विवेदी की गृहस्थी का सामान नष्ट हो गया। इसी तरह मूसलाधार वर्षा व तेज हवा के झोंके से कमजोर हो चुका एक पेड़ उचेहरा के नागौद मोड़ में स्कार्पियो कार में जा गिरा। इस हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई लेकिन बड़ा हादसा टल गया।
जगह-जगह जलभराव 
मूसलाधार वर्षा से सतना बस स्टैंड स्थिति टाऊन हाल मैदान में भी पानी भर गया। यहां ठेले और फुटपाथी व्यापारियों को रोजगार के लिए स्थानांतरित किया गया था लेकिन पानी भरने से लोगों ने जमकर विरोध किया और कहा जब तक व्यवस्था नहीं होगी वे यहां नहीं आएंगे। इसी तरह अमरपाटन में सतना रोड सहारा कार्यालय के सामने अनिल कुमार तोमर के घर में जलभराव की समस्या पैदा हुई। सतना रोड गोकुल सोनी के घर, रीवा रोड गौरीशंकर तालाब के पास भी जलभराव हुआ। यहां सड़क पर नदी का स्वरूप लेकर वर्षा का पानी बह रहा है। सतना शहर के पन्नाा नाका, भरहुत नगर कालोनी, बर्दाडीह, विराट नगर में भी जलभराव की शिकायतें सामने आईं।
शाम तक दो इंच वर्षा 
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार रात से रविवार शाम 5.30 बजे तक 47.8 मिलीमीटर लगभग दो इंच वर्षा दर्ज की गई है। वहीं शाम के बाद भी जिले भर में वर्षा जारी रही। वहीं सतना शहर में एक जून से अब तक 640.5 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा वर्षा 12 अगस्त और 21 अगस्त को हुई है।

जिले में अब तक 568.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

जिले में इस वर्ष 1 जून से 21 अगस्त 2022 तक 568.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 640.5 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 425.2 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 335.5 मि.मी., बिरसिंहपुर में 728 मि.मी., रामपुर बघेलान में 522 मि.मी., नागौद में 816 मि.मी., जसो (नागौद) में 347.2 मि.मी., उचेहरा में 713 मि.मी., मैहर में 456.7 मि.मी., अमरपाटन में 526 मि.मी. तथा रामनगर तहसील में 748.2 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि तक जिले में 624.7 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी।

14 जून से कार्यरत है जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष

सतना 21 अगस्त 2022/कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा जिले में संभावित अतिवृष्टि एवं बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुये बाढ़ एवं अतिवृष्टि संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिये जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) की स्थापना संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन सतना के प्रथम तल के कक्ष क्रमांक एफ-19 में की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख/भू-प्रबंधन राजनारायण पाण्डेय को बाढ़ नियंत्रण प्रभारी एवं प्रभारी कार्यालय अधीक्षक विनोद चतुर्वेदी को सहायक बाढ़ नियंत्रण अधिकारी नियुक्त किया गया है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित रहेगा, जिसका दूरभाष क्रंमाक 07672-223211 है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार बाढ नियंत्रण कक्ष में प्रातः 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक सहायक ग्रेड-3 बीएन त्रिपाठी और छोटेलाल वर्मा, दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक राजनायक सिंह नागर और महेश अहिरवार तथा रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक हरिमोहन शुक्ल और रामबहोरी वर्मा की ड्यूटी लगाई गई है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष 15 जून से 30 सितम्बर 2022 तक निरंतर (अवकाश के दिनों में भी) संचालित रहेगा। नियुक्त अधिकारी/कर्मचारीगण बाढ़ की सूचना प्राप्त होने पर संधारित रजिस्टर में दर्ज करेंगे और बाढ नियंत्रण प्रभारी अधिकारी को सूचना देने के लिये उत्तरदायी होगे। उनके उपलब्ध न रहने पर सहायक बाढ़ नियंत्रण अधिकारी को अवगत करायेंगे। बाढ़ नियंत्रण प्रभारी अधिकारी सूचना प्राप्त होते ही कलेक्टर एवं प्रभारी अधिकारी राहत शाखा को वस्तुस्थिति से अवगत करायेगे एवं बचाव की समुचित व्यवस्था के लिये उत्तरदायी होगें। सभी अधिकारी/कर्मचारीगण आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करेंगे।

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