23-24 जुलाई को भोपाल में होगी प्रदेश स्तरीय महापंचायत
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रशेखर आजाद की 116वीं जयंती के अवसर पर 23-24 जुलाई को भोपाल में राज्य स्तर पर युवा महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। अभियान की नोडल अधिकारी प्रोफेसर क्रांति मिश्रा ने बताया कि जिले के शासकीय पीजी कॉलेज सतना, कन्या महाविद्यालय, रामा कृष्णा कॉलेज, सिंधु महाविद्यालय, विवेकानंद कॉलेज मैहर, शासकीय महाविद्यालय अमरपाटन और आदित्य कॉलेज सतना में 16 जुलाई को कॉलेज स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में परख रखने वाले प्रतिभागियों का आॅनलाईन पंजीकरण कर स्क्रीनिंग के पश्चात जिला स्तरीय युवा पंचायत के लिये 200 युवाओं का चयन किया गया और 18 जुलाई को जिला स्तरीय यूथ पंचायत का आयोजन करते हुये प्रदेश स्तरीय यूथ महापंचायत के लिये 10 युवाओं का चयन निर्णायक समिति द्वारा किया गया है।
इनमें शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना के कृष्ण मुरारी त्रिपाठी, विवेकानंद कॉलेज मैहर की अदिति निगम, नेहरु युवा केंद्र के हर्षदीप गौतम, शासकीय कन्या महाविद्यालय सतना की श्रद्धा पाठक, शासकीय महाविद्यालय अमरपाटन के अमर सिंह बघेल और एकेएस यूनिवर्सिटी के प्रतीक निगम, शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना की अर्चना कुशवाहा, श्री रामाकृष्णा कॉलेज के विकास पांडेय, विवेकानंद कॉलेज मैहर के दीपक वर्मा और शासकीय जलद् त्रिमूति महाविद्यालय नागौद के दीपांशु कुशवाहा के नाम शामिल है। जिला स्तरीय यूथ पंचायत में चयनित इन 10 युवाओं को 23-24 जुलाई को भोपाल में होने वाली प्रदेश स्तरीय युवा महापंचायत में शामिल होने भोपाल भेजा जायेगा।
जिले में अब तक 185.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
जिले में इस वर्ष 1 जून से 22 जुलाई 2022 तक 185.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 184.8 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 106.4 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 77.6 मि.मी., बिरसिंहपुर में 313 मि.मी., रामपुर बघेलान में 116 मि.मी., नागौद में 336 मि.मी., जसो (नागौद) में 132.9 मि.मी., उचेहरा में 218 मि.मी., मैहर में 154.2 मि.मी., अमरपाटन में 188 मि.मी. तथा रामनगर तहसील में 210.9 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि तक जिले में 252 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी।
शाला त्यागी बच्चों की पढ़ाई निरंतर रखने के निर्देश जारी
जिला शिक्षा अधिकारियों को बनाया गया नोडल
राज्य शासन ने शाला त्यागने वाले ऐसे बच्चे, जिनके अभिभावक में से कोई एक या दोनों की मृत्यु मार्च 2020 के बाद हुई है की शिक्षा निरंतर रखने के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। माननीय उच्चतम न्यायालय के निदेर्शों के पालन में लोक शिक्षण संचालनालय ने इस कार्य के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
सभी नोडल अधिकारी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के 25 जून 2021 को जारी आदेश का पालन किया जाना सुनिश्चित करेंगे। जो विद्यार्थी अभिभावक की मृत्यु के कारण किसी अन्य स्थान पर जाकर शिक्षा पूरी करना चाहते हैं उनके स्थानांतरण प्रमाण-पत्र जारी करना सुनिश्चित किए जाएंगे। विद्यार्थियों के हित में सभी नोडल अधिकारी शाला त्यागी विद्यार्थियों को उन्हीं स्कूलों में वापस प्रवेश दिलाने का प्रयास करेंगे जहाँ अभिभावक की मृत्यु के पहले वे पढ़ते थे।
शाला त्यागी वे बच्चे माने जायेंगे जो नियमित रूप से 30 दिनों से शाला से अनुपस्थित रहे, जिन्होंने शालाओं में कभी प्रवेश ही नहीं लिया, शाला में एक बार प्रवेश लेने के बाद 8 वर्ष की अनिवार्य शिक्षा ग्रहण नहीं की और 14 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे विद्यार्थी, जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत तो नहीं आते हैं परंतु अभिभावक की मृत्यु के कारण जिन्होंने पढ़ाई छोड़ दी है। सभी जिला शिक्षा अधिकारी ऐसे विद्यार्थियों की मैपिंग करते हुए और उनके शाला त्यागी होने के कारणों का विश्लेषण करते हुए उनकी शिक्षा पूरी कराएंगे। कोविड काल में अभिभावक की मृत्यु होने पर प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थियों की पढ़ाई निरंतर रखने के लिए मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना में व्यवस्था की जा रही है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा माननीय उच्चतम न्यायालय के निदेर्शों के पालन की नियमित समीक्षा करने के लिए एक पोर्टल बनाया जा रहा है। सभी नोडल अधिकारी इस पोर्टल पर शाला त्यागी बच्चों की पढ़ाई की निरंतरता के बारे में जानकारी अपडेट करेंगे।