सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले में नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का कार्य जारी है। जिले में नगरीय निकायों के आम निर्वाचन 2022 के लिये नगर पालिका निगम सतना के महापौर सहित 45 वार्ड, नगर पालिका परिषद मैहर के 24, नगर परिषद कोठी, जैतवारा, नागौद, उचेहरा, रामनगर, अमरपाटन, कोटर, रामपुर बघेलान, बिरसिंहपुर, चित्रकूट के 15-15 वार्डों पर कुल 219 वार्ड पार्षद पदों के लिए नामांकन पत्र निर्धारित स्थलों पर प्राप्त किये जा रहे हैं। आयोग द्वारा नाम निर्देशन-पत्र प्राप्त करने की अंतिम तारीख प्रथम और द्वितीय चरण के लिये 18 जून 2022 की अपरान्ह 3 बजे तक है।
सभी चरणों के लिये नाम निर्देशन-पत्रों की संवीक्षा 20 जून 2022 को प्रातः 10ः30 बजे से होगी। संवीक्षा के दौरान अभ्यर्थी, अभ्यर्थी का निर्वाचन अभिकर्ता (यदि कोई हो), अभ्यर्थी का कोई एक प्रस्तावक और अभ्यर्थी द्वारा लिखित में प्राधिकृत कोई अन्य व्यक्ति उपस्थित रह सकते हैं। अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 22 जून अपरान्ह 3 बजे तक होगी और इसके बाद निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची तैयार कर इसी दिन प्रतीकों का आवंटन किया जायेगा।
आयोग द्वारा निर्धारित नाम निर्देशन-पत्र के साथ अभ्यर्थी को निक्षेप राशि जमा कर उसकी रसीद भी प्रस्तुत करनी होगी। नगर पालिक निगम के महापौर पद के लिये 20 हजार रुपये होगी। जबकि नगर पालिक निगम के पार्षद के लिये यह राशि 5 हजार रुपये, नगर पालिका परिषद के वार्ड पार्षद के लिये 3 हजार रुपये और नगर परिषद के वार्ड पार्षद के लिये निक्षेप राशि एक हजार रुपये होगी। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिये यह निक्षेप राशि आधी हो जायेगी। इसके अनुसार इन वर्गों के अभ्यर्थियों को महापौर लिये 10 हजार, नगर पालिक निगम के पार्षद के लिये 2500, नगर पालिका परिषद के पार्षद के लिये 1500 और नगर परिषद के पार्षद के लिये 500 रुपये निक्षेप राशि जमा करनी होगी।
नगरीय निर्वाचन के दौरान मीडिया में प्रचार-प्रसार संबंधी एडवाइजरी
नगरीय निर्वाचन में उम्मीदवारों के लिए व्यय सीमा निर्धारित की गई है। अगर किसी उम्मीदवार द्वारा समाचार पत्रों अथवा इलेक्ट्रोनिक चैनल या संचार के अन्य साधनों में विज्ञापन का प्रसारण कराया जाता है तो उसका ख़र्च उनके व्यय लेखें में शामिल किया जाएगा। इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है।
किसी उम्मीदवार के पक्ष में प्रकाशित या प्रसारित विज्ञापन के लिए जिला स्तरीय एमसीएमसी से पूर्व प्रमाणन कराना अनिवार्य होगा। मीडिया संस्थानों को विज्ञापन स्वीकार करने के पूर्व यह प्रमाण पत्र भी अवश्य देखना चाहिए। किसी उम्मीदवार के पक्ष में समाचार के रूप में विज्ञापन प्रकाशित नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा पेड न्यूज़ की श्रेणी में आएगा और संबंधित को रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा नोटिस भी जारी किया जाएगा। पेड न्यूज पाये जाने पर संबंधित प्रत्याशी के व्यय लेखे में इसका खर्च शामिल किया जायेगा।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने जिला स्तरीय मीडिया मॉनिटरिंग कमेटी का गठन कर यहाँ विभिन्न अधिकारी कर्मचारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी है। जो प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सतत् निगरानी का कार्य करेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए 20 जून तक
भारत सरकार मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली एवं म.प्र. लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिए मंत्रालय की वेबसाईट http://nationalwardstoteachers.education.gov.in पर 20 जून तक शिक्षकों से आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी लोक शिक्षण संचालनालय से प्राप्त ऑनलाइन ओवदन एवं नामांकन की प्रक्रिया एवं चयन के मापदण्ड संबंधित पत्र जिले के जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त एवं समस्त विकासखण्ड अंतर्गत शिक्षकों की अवगत कराने के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। जिन शिक्षकों द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिए ऑनलाईन आवेदन किया जाएगा। उन शिक्षकों द्वारा ऑनलाईन किए गए आवेदन की प्रिंट सह दस्तावेजों सहित एक सेट एवं अपनी पांच वर्ष की गोपनीय चरित्रावली (सीआर) सहित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 21 जून तक प्रस्तुत करनी होगी।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रतीक चिन्ह के विषय में
आठवाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को विश्व में मनाया जा रहा है। इस वर्ष योग दिवस का विषय “मानवता के लिये योग’’ रखा गया है। प्रतीक चिन्ह में दोनों हाथों का जोड़ना योग का प्रतीक है। यह व्यक्तिगत चेतना का सार्वभौमिक चेतना के साथ योग को प्रतिबिम्बित करता है। यह शरीर और मन, मनुष्य और प्रकृति की समरसता का प्रतीक भी है। यह स्वास्थ्य और कल्याण के समग्र दृष्टिकोण को भी चित्रित करता है। प्रतीक चिन्ह में चित्रित भूरी पत्तियाँ, भूमि, हरी पत्तियाँ, प्रकृति और नीली पत्तियाँ, अग्नि तत्व के प्रतीक हैं। दूसरी ओर सूर्य, ऊर्जा और प्रेरणा के स्रोत का प्रतीक है। यह प्रतीक चिन्ह मानवता के लिये शांति और समरसता को प्रतिबिम्बित करता है, जो योग का मूल है।
योग का महत्व
योग का प्रयोग आंतरिक विज्ञान के रूप में किया जाता है, जो विभिन्न प्रकार की प्रक्रियाओं का सम्मिलन है। इसके माध्यम से मनुष्य, शरीर और मन के बीच सामंजस्य स्थापित कर आत्म-साक्षात्कार करता है। योग अभ्यास का उद्देश्य सभी प्रकार के दुःखों से निवृत्ति प्राप्त करना है। इससे प्रत्येक व्यक्ति जीवन में पूर्ण स्वतंत्रता, स्वास्थ्य, प्रसन्नता और सामंजस्य का अनुभव करता है।