Terror Funding Case: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ टेरर फंडिंग केस में कश्मीरी आतंकी यासीन मलिक को NIA कोर्ट ने दोषी करार दिया है और अब 25 मई को सजा का ऐलान किया जाएगा। गौरतलब है कि सुनावाई के दौरान NIA कोर्ट के सामने यासीन मलिक कबूल चुका है कि उसने पाकिस्तान की मदद से कश्मीर में आतंकी हमले के लिए पैसे की व्यवस्था की थी। वहीं दूसरी ओर यासीन मलिक को सजा मिलने की खबर पर पाकिस्तान आग बबूला हो गया है और उसने भारतीय उच्चायोग के प्रभारी को तलब कर आपत्ति जताई है।
तिहाड़ जेल में बंद है यासीन मलिक
कश्मीर में आतंकवादियों को पैसा उपलब्ध कराने के मामले में आरोपी यासीन मलिक फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। मलिक को तिहाड़ की 1 नंबर जेल में बंद किया गया है। इसी जेल में कश्मीर पंडितों की हत्या करने वाला आतंकी बिट्टा कराटे भी बंद है लेकिन दोनों ने अभी तक एक-दूसरे का चेहरा नहीं देखा है। बिट्टा और यासीन को हाई-सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया है।
यासीन मलिक को राजनीतिक कैदी बताता है पाकिस्तान
गौरतलब है कि पाकिस्तान यासीन मलिक को राजनीतिक कैदी बताता है। पाकिस्तान लगातार यासीन मलिक पर लगे आरोपों को वापस लेने की मांग करता रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से भी यासीन मलिक को बचाने की गुहार की है और भारत के व्यवहार को लेकर आपत्ति जताई है।
आतंकी वारदात के लिए पैसे जुटाता था यासीन
यासीन मलिक को 2017 में कश्मीर घाटी में आतंकवाद और अलगाववादी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में दिल्ली की NIA कोर्ट ने दोषी ठहराया है। यासीन मलिक को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम का भी दोषी पाया जा चुका है। यासीन मलिक ने स्वतंत्रता संग्राम के नाम पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए दुनिया भर से धन जुटाने के लिए एक तंत्र बनाया था।