विन्ध्य चेम्बर सहित सहयोगी संस्थाओं जताया विरोध
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ विगत 1 माह से लापता रेडीमेड कपड़ा व्यवसायी प्रकाश लालवानी को अब तक पुलिस नही खोज पाई है। जिसके चलते व्यापारियों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। गत दिनों व्यापारियों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा था। पुलिस प्रशासन द्वारा भी एसआईटी गठित कर व्यापारियों को तलाशने का दावा किया गया। लेकिन व्यापारियों व श्री लालवानी के पुलिस की लचर कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है। यही वजह है कि सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत व्यापारियों ने मौन जलूस निकाला। मौन जुलूस मे बड़ी संख्या में मातृशक्ति के साथ-साथ विन्ध्य चेम्बर के पदाधिकारी, सहयोगी संस्थाओ के पदाधिकारी सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी शामिल रहे।
बूढ़ी मां के साथ पहुंचे परिजन
मौन प्रदर्शन के दौरान लापता व्यापारी प्रकाश लालवानी की बूढ़ी मां भी शामिल हुईं। उनकी आंखों में बेटे के अचानक लापता होने का दर्द साफ नजर आ रहा था। वहीं परिजनों ने भी प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष जताया गया।
पन्नीलाल चौक में एकत्र हुए व्यापारी
चेम्बर महामंत्री संदीप कुमार जैन ने बताया कि प्रकाष लालवानी का कोई भी सुराग न मिलने से विन्ध्य चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज द्वारा तय किये गए क्रमबद्ध आन्दोलन के तहत सोमवार 13 मई को मौन जुलूस निकाला गया यह मौन जुलूस पन्नीलाल चौक से प्रारम्भ होकर चौक बाजार, बिहारी चौक, जयस्तम्भ चौक होते हुए श्री अग्रसेन चौक में समाप्त हुआ।
हनुमान मंदिर में लगाई अर्जी
चेम्बर अध्यक्ष सतीष सुखेजा ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि मौन जुलूस के बाद भी अगर प्रशासन अतिशीघ्र व्यवसायी प्रकाश लालवानी को नही खोजता तो चेम्बर का यह आन्दोलन जारी रहेगा। मौन जुलूस के समापन पर सिटी कोतवाली स्थित हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर अर्जी लगाई।
ये रहे मौजूद
मौन जुलूस में चेम्बर अध्यक्ष सतीश सुखेजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोहर वाधवानी, कनिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, महामंत्री संदीप कुमार जैन, मंत्री हरिओम गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष कमलेष पटेल, राजलदास आडवाणी, पुष्पेन्द्र द्विवेदी, द्वारिका गुप्ता, ऋ षि अग्रवाल, संजय शाह, मनोज शर्मा, चंद्रकांत वाधवानी, दिलीप जैन, उमेश दुबे, मोहनलाल भावनानी, कन्हैयालाल पोहानी, पुष्पेन्द्र द्विवेदी, मनीष टेकवानी, लखन पटेल, राजेश लालचंदानी, प्रहलाद राय भावनानी, सशील आहूजा, अशोक वाधवानी, केशव माखीजा, संजय गाजरानी, पृथ्वी आयरानी, नवीन गुप्ता, विनोद चंदानी, पंकज षाह, अरविन्द जैन, तरूण ठक्कर, मनोज वलेजा, घनश्यामदास अच्छड़ा, धर्मेन्द्र गोयल, बब्बल आवतवानी, रामावतार चमडिय़ा, यशपाल जैन, हार्दिक जैन, सम्कित जैन, कमल जानवानी, किषोर सेवानी, पंकज जैन, वैभव जैन, रामप्रताप कुशवाहा,धनश्यामदास सोनी, सागर गुप्ता, रवि बंसताणी, राजीव गुप्ता, मथुरा प्रसाद गुप्ता, राजेश गाजरानी, अषोक पिंजाणी, नानकराम मोरबानी, अजय मोरबानी, संजय अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, हिमांशुु सिंह अरोरा, चंदभान दासानी, रोहित अग्रवाल, किषोर सेवानी, चंदलाल गजनानी, माधव आसरानी, अशोक खनेचा, केके चौरसिया, जेठानन्द वाधवानी, आशीष मोंगिया, प्रवीण मित्तल, सुरेश वाषाणी, अनिल मोटवानी, विनोद गेलानी, उमेश दासानी, अजय जैन, राजेन्द्र मनवानी, नवीन गुप्ता, आशीष मधान, संजय गाजरानी, संजय अग्रवाल, अविनाश चंदानी, अजय तेजनानी सहित काफी संख्या में व्यापारी, मातृशक्ति व समाजिक संगठन के लोग मौजूद रहे।