सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर मे आतंकवादियों द्वारा की गई गोली बारी में शहीद हुये तहसील मैहर के ग्राम नौगवां निवासी सीआईएसएफ के एएसआई शंकर प्रसाद पटेल के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करते हुये श्रद्धांजलि दी। कलेक्टर और एसपी ने शहीद के अंतिम संस्कार के संबंध में जानकारी प्राप्त की और अधिकारियों की दिशा-निर्देश दिये। इस मौके पर एसडीएम धर्मेन्द्र मिश्रा और स्थानीय जन मौजूद रहे।
कश्मीर में आतंकियों से लड़ते शंकर प्रसाद ने दिया सर्वोच्च बलिदान
जिले के मैहर विधानसभा के ग्राम नौगवां पोस्ट अमदरा निवासी सीआइएसएफ के एएसआइ शंकर प्रसाद पटेल आज सुबह 4.30 बजे जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के गोली बारी के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए। उनके साथ सीआइएसएफ के 10 से 12 जवान गंभीर रूप से घायल हुए। शंकर प्रसाद पटेल के काफिले के ऊपर आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंक दिया था। जिससे शंकर प्रसाद पटेल ने घटनास्थल पर ही अपनी जान देश के लिए न्यौछावर कर दी। ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के बारामूला इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच 21 अप्रैल को शुरू हुई मुठभेड़ में अब तक चार आतंकवादी मारे गए हैं। बारामूला एनकाउंटर में लश्कर का टाप आतंकी कमांडर युसूफ कांतरू मारा गया है। वह बडगाम जिले में हाल ही में एक एसपीओ और उसके भाई, एक सैनिक और एक नागरिक की हत्या सहित नागरिकों और सुरक्षा बलों के जवानों की कई हत्याओं में शामिल था।
गांव में फैला मातम
बलिदानी शंकर प्रसाद पटेल के गांव नौगवां में जैसे ही उनके वीरगति की खबर पहुंची तो उनके गांव में मातम पसर गया है। प्रशासन के अधिकारी भी गांव भी पहुंच रहे हैं। उनके पार्थिव देह के शाम तक उनके गृहग्राम पहुंचने की संभावना है।
सांसद ने व्यक्त की शोक संवेदना
शंकर प्रसाद पटेल के आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त होने की जानकारी लगने पर सतना सांसद गणेश सिंह ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जिस बहादुरी के साथ दुश्मनों से शंकर प्रसाद पटेल ने लोहा लिया और देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहूति दी उस पर हमें गर्व है। उन्होंने न केवल विंध्य की धरती बल्कि समूचे प्रदेश का मस्तक ऊंचा किया है। उनकी शहादत पर हम नतमस्तक हैं। इस दुख की घड़ी में उनके स्वजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं मां भारती उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।