सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ किसानों के लिए इस बार की गर्मी भी काल साबित हो रही है। जहां-तहां सुलग रही आग से किसानों के खेत और खलिहान धूं-धूं कर जल रहे हैं। जंगल हो या गांव के खेत सभी जगह आग पहुंच रही है। जिसके कारण किसान बर्बाद होने की कगार पर पहुंच रहे हैं। गेहूं और अरहर की खड़ी फसल जलकर स्वाहा हो रही है। बीते एक माह से जारी अग्नि हादसे सोमवार को भी जारी रहे जिसमें दर्जनों गांवों में किसानों को नुकसान हुआ है। सोमवार को किसानों की गेहूं की फसल के साथ-साथ अरहर की फसलें भी जली और साथ में ट्रैक्टर भी स्वाहा हो गए। इसके बाद किसानों के पास सर पर हाथ रखने के सिवाए कुछ नहीं बचा। अग्नि हादसों के बाद प्रशासन का लगातार सर्वे करा रहा है जिसके अनुसार अब तक जिले में 300 एकड़ से अधिक की खेती आग के हवाले हो चुकी है।
इन गांवों के खेत हुए प्रभावित
सोमवार को भी जिले में अग्नि हादसे हुए जिसमें थाना सिविल लाइन के कु़िड़या गांव के खेतों में आग लग गई जो कि धीरे-धीरे बढ़ते-बढ़ते घरों तरफ बढ़ने लगी जिसके बाद दमकल को सूचित किया गया लेकिन कई घंटे देरी के बाद मौके पर दमकल पहुंची। इसी तरह रामपुर बाघेलान अंतर्गत ग्राम पडिया में भी सड़क किनारे खेतों में भीषण आग लग गई जिसके बाद एक घंटे की देरी से दमकल मौके पर पहुंची। कोटर थाना क्षेत्र के बिहरा में भी बिजली की शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई जिसमें लाखों का नुकसान किसानों को हुआ है। किसानों के अनुसार इस आग से लगभग 50 एकड़ खेतों में नुकसान हुआ है। वहीं सोमवार को उचेहरा के महाराजपुर में किसान के खेत में अचानक आग लगने से 15 टाली के करीब कटी अरहर सहित ट्रैक्टर-ट्राली जलकर खाक हो गई जिसके बाद सूचना पाकर मौके पर प्रशासनिक अमला जांच में पहुंचा।