रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ गु़ढ़ में 17 वर्षीय किशोरी बिना शादी के ही मां बनने की घटना सामने आई है। पुलिस ने बताया कि एक सप्ताह पहले नाबालिग ल़ड़की श्याम शाह मेडिकल कालेज के गांधी स्मृति अस्पताल में मृत बच्ची को जन्म दिया था। डिलीवरी के बाद चिकित्सकों ने पिता का नाम पूछा तो परिजन ने कुछ जवाब नहीं दिया। ऐसे में पूरा मामला संदिग्ध होने पर पुलिस को खबर दी गई। अस्पताल पुलिस चौकी ने नाबालिग से उम्र संबंधी दस्ताबेज मांगे तो पी़िड़ता ने गोलमोल जवाब दिया। संदिग्ध बयानों को देखते हुए शून्य पर प्रकरण कायम कर गु़ढ़ थाने को केस डायरी भेजवाई गई। केस डायरी प़ढ़ते ही पुलिस हरकत में आ गई। तुरंत पीड़िता के बयान दर्ज कर मामला कायम कर दिया। जांच की तो पता चला कि आरोपी भी नाबालिग है। जिसको गिरफ्तार कर लिया है।
जुलाई में बनाया था हवस का शिकार
गु़ढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक आराधना सिंह ने बताया कि 3 जुलाई 2021 को 17 वर्षीय ल़ड़का सूनसान मकान पाकर पीड़िता के घर में जबरदस्ती घुस गया। जहां उसने 17 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। वारदात करने के बाद आरोपी नाबालिग ने पीड़िता को धमकी दी थी। कहा था कि यदि किसी को बताया तो जान से खत्म कर देंगे। हालांकि पीड़िता ने अपनी मां को पूरी कहानी बता चुकी थी। लेकिन आरोपी पक्ष की धमकी से मां भी डरी रही।
लोकलज्जाा से स्वजन ने नहीं खोला मुंह
पुलिस ने बताया कि नाबालिग ल़ड़के की धमकी से पूरा परिवार डरा हुआ था। वहीं दूसरी तरफ लोकलज्जा के डर से किसी के सामने मुंह नहीं खोल रहे थे। जबकि दुष्कर्म पीड़िता का जिस तरह माह ब़ढ़ रहा था। उसी तरह शरीर में बदलाव आ रहा था। फिर भी पी़िड़ता को परिजन किसी के सामने नहीं आने दिए। लेकिन अस्पताल में डाक्टर के पहुंचे ही राज खुल गया।
5 अप्रैल को हुई डिलीवरी
गु़ढ़ पुलिस ने बताया कि गत 5 अप्रैल को पीड़िता ने गांधी स्मृति हास्पिटल में मृत बच्ची को जन्म दिया था। बच्ची के मृत होने पर कागजी दस्ताबेज बनाते समय चिकित्सकों और पुलिस के सवाल-जवाब से नाबालिग किशोरी बातों ही बातों में फंसती गई थी। गु़ढ़ पुलिस ने दुष्कर्म पाक्सो एक्ट का अपराध कायम कर अपचारी बालक को गिरफ्तार करते हुए बाल न्यायालय में पेश किया है। जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।