रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले जुडमनिया डिहिया पहुंच मार्ग में रविवार की देर शाम भीषण सड़क हादसा उस समय घट गया जब विपरीत दिशा से आ रही कार एवं स्कार्पियो के बीच सीधी टक्कर हो गई और गेहूं की फसल ढुलाई कर रहे पति-पत्नी सहित पुत्र दोनों वाहनों की चपेट में आ जाने से जहां पति पत्नी की दर्दनाक मौत हो गई।वहीं पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया। उधर आक्रोशित ग्रामीणों ने दोनों चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया।वही दुर्घटना स्थल पर पहुंची नईगढ़ी थाना पुलिस के साथ अराजक तत्वों ने झूमा-झपटी करते हुए मारपीट की घटना को अंजाम दिया।
सड़क दुर्घटना के संबंध में हासिल जानकारी के अनुसार नईगढ़ी थाना क्षेत्र के जुड़मनिया गांव स्थित प्रधानमंत्री मार्ग के किनारे से गेहूं की फसल लेकर जा रहे पति पत्नी एवं पुत्र उस समय सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए जब विपरीत दिशा से आ रहे दोनों बहनों में सीधी टक्कर हो गई और तीनों चपेट में आ गए। दोनों वाहनों की चपेट में आने से जहां गेहूं की फसल लेकर जा रहे साईकिल सवार किसान सुरेश प्रजापति पिता बैसाखू प्रजापति उम्र 36 वर्ष एवं उसकी पत्नी मुघुनी प्रजापति उम्र 35 वर्ष की दुर्घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वही सुरेश प्रजापति का पुत्र विनोद प्रजापति उम्र 15 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। उधर भीषण सड़क दुर्घटना की जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों को मिली इस बीच कुछ उपद्रवी तत्व दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और दोनों चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इधर सड़क हादसे की जानकारी मिलते ही नईगढ़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो उपद्रवियों ने पुलिस कर्मचारियों पर भी हमला करने का प्रयास किया और मारपीट करने का प्रयास भी किया है।
मौके पर उपस्थित लोगों की माने तो घायल पति पत्नी एवं पुत्र को उपद्रवी पुलिस कर्मचारियों को अस्पताल तक नहीं ले जाने दे रहे थे, करीब 1 घंटे तक पुलिस कर्मचारी परेशान रहे और भारी मश-त के बाद तीनों घायलों को पुलिस वाहन से इलाज के लिए नईगढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने परीक्षण उपरांत पति पत्नी को मृत घोषित कर दिया वहीं गंभीर रूप से घायल पुत्र को प्राथमिक उपचार उपरांत संजय गांधी अस्पताल रीवा के लिए रेफर कर दिया गया।
उपद्रवियों ने मचाया बवाल
हादसे के बाद आक्रोशित 2 दर्जन से अधिक अराजक तत्व जहां दोनों चार पहिया वाहनों में आग लगा दिए वही मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी मारपीट पर आमादा हो गए। इतना ही नहीं घायलों को अस्पताल तक नहीं ले जाने दे रहे थे। अराजक तत्वों के घेरे में फंसे पुलिस कर्मचारियों द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दी गई।