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Satna: प्रभु श्री राम के चरित्र को अन्तर्मन से ग्रहण करे- राज्यमंत्री, मंदाकिनी तट पर प्राकट्य पर्व का शुभारंभ

सतना/चित्रकूट, भास्कर हिंदी न्यूज़/ संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश और जिला प्रशासन सतना के संयुक्त तत्वाधान मे श्री राम नवमी के अवसर पर चित्रकूट के पवित्र मंदाकिनी तट राघव प्रयाग घाट मे सोमवार से दृश्य श्रृव्य माध्यम से प्रस्तुत सात दिवसीय रामलीला का शुभारंभ किया गया। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर प्राकट्य पर्व का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन ने की। इस मौके पर खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जीतेन्द्र लटोरिया, विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, एसडीएम पीएस त्रिपाठी भी उपस्थित रहे।

भगवान श्री राम के चरित्र को पूरी दुनिया जानती और मानती है- राज्यमंत्री श्री पटेल

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि भगवान श्री राम के चरित्र को पूरी दुनिया जानती और मानती है। श्री राम के चरित्र का अनुशरण कर ही दुनिया का कल्याण हो सकता है। उन्होंने कहा कि रामनवमी के पवित्र अवसर पर राम के चरित्र को अन्तर्मन से ग्रहण कर अपना जीवन धन्य करे।

खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री लटोरिया ने कहा कि चित्रकूट की पावन धरा पर भगवान श्री राम के चरित्र पर ऐसे कार्यक्रम निरतंर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि रामलीला यानि भगवान राम का चरित्र, परोपकार, मर्यादा का बोध और अनुकरणीय भाव। राज्य शासन से चित्रकूट मे ऐसे आयोजन लगातार किये जाने की पहल की जायेगी।

चित्रकूट मे ऐसे कार्यक्रम लगातार होने चाहिए=विधायक नीलांशु चतुर्वेदी 

विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने प्राकट्य पर्व के आयोजन के लिए राज्य शासन के संस्कृति विभाग का आभार जताते हुए कहा कि चित्रकूट मे ऐसे कार्यक्रम लगातार होने चाहिए। चित्रकूट की पावन धरा पर वनवासी राम, मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाये। अपने चौदह वर्षीय वनवास का सर्वाधिक समय यहां वनवासियों, तपस्वियों के बीच गुजारा। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को चित्रकूट की महिमा के बारे मे ऐसे कार्यक्रमों से जानकारी मिलेगी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि अयोध्या के राजा राम ने अपना वनवास का समय बिताने चित्रकूट की पवित्र धरती को चुना। भगवान श्री राम रोम-रोम मे समाहित है। चित्रकूट का कण-कण राम मय है।

सभी चित्रकूट वासियों ने भगवान श्री राम के जन्म दिवस रामनवमी को चित्रकूट का गौरव दिवस मनाने का फैसला किया है। इस दिन साढ़े 5 लाख दीप जलाकर पूरे नगर को जगमग किया जायेगा।  मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के हिस्से मे आने वाले चित्रकूट के संपूर्ण भाग मे प्रत्येक वर्ष रामनवमी को गौरव दिवस मनाया जायेगा।

प्रतिदिन शाम 6.30 बजे से राघव प्रयाग घाट पर रामलीला का सजीव मंचन

प्राकट्य पर्व के दौरान सात दिवसीय आयोजन दिल्ली के श्री शिव कीर्ति कला केंद्र के कलाकारों द्वारा दृश्य श्रव्य माध्यम से प्रतिदिन शाम 6.30 बजे से राघव प्रयाग घाट पर रामलीला का सजीव मंचन किया जायेगा।

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