सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ 20 मार्च को कोठी थाना अंतर्गत ग्राम मौहार में रक्तरंजित मिली 95 वर्षीय वृद्धा के शव की गुत्थी सुलझ गई है। भीख मांगकर गुजर बसर कर रही वृद्धा की हत्या उसके ही एक नाती ने इसलिए कर दी थी क्योंकि दादी एक नाती से अधिक प्रेम करती थी और दूसरे नाती से द्वेष। जिसके कारण दूसरे नाती ने दादी की हत्या कर दी। पूरे मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है और आरोपी कमलेश रजक 42 वर्ष निवासी किटहा थाना जैतवारा जिला सतना को गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड के बाद घटनास्थल खुद एसपी धर्मवीर सिंह यादव पहुंचे थे और आरोपी को पकड़ने के लिए 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था।
ऐसे की वारदात
पुलिस से मिली जानकारी 20 मार्च को सुबह 7 बजे ग्रामीणों से सूचना मिली कि ग्राम मौहार में सुंदरिया रजक अपने घर के दरवाजे के सामने जमीन मे पड़ी थी। सुंदरिया का चेहरा एवं गला खून से लथपथ था तथा सुंदरिया के गले एवं सिर के पास जमीन में काफी खून बहा पड़ा था। जिससे प्रतीत हो रहा था कि सुंदरिया के दाहिनी आंख के पास चोट पहुंचाकर हत्या कर दी गई है। सूचना पर थाना कोठी पुलिस मौके पर पहुंची और जांच कर हत्या का मामला अज्ञात आरोपी के खिलाफ दर्ज किया गया। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक एवं एसडीओपी नागौद द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए थाना प्रभारी कोठी को जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित करते हुए 10 हजार रुपये के नकद ईनाम की घोषणा की गई। जांच के दोऔरं संदेहियों से पूछताछ की गई। जिसके बाद मृतका के नाती कमलेश से पूछताछ करने पर कमलेश रजक द्वारा बताया गया कि मेरी दादी सुंदरिया रजक अपने दूसरे नाती रजनीश रजक को ज्यादा मानती थी। और बीच-बीच मे पैसे और सामान देती रहती थी। मुझे कम मानती थी इसी कारण मेरे द्वारा रंजिश वश हत्या की गई हैं। अपने कबूलनामे के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
चार थाना प्रभारी जुटे थे जांच में
पूरे हत्याकांड की जांच एसपी धर्मवीर सिंह के मार्गदर्शन में एएसपी सुरेंद्र जैन के निर्देशन, एसडीओपी नागौद मोहित यादव के नेतृत्व में की जा रही थी जिसमें चार थाना प्रभारियों की टीम जांच कर रही थी। जिसमें थाना प्रभारी नागौद राजेंद्र मिश्रा, थाना प्रभारी कोठी निरीक्षक भूपेंद्र मणि पांडे, थाना प्रभारी सिंहपुर संदीप चतुर्वेदी, थाना प्रभारी जसो उपनिरीक्षक पवन राज एवं साइबर टीम उप निरीक्षक अजीत सिंह आरक्षक अजीत मिश्रा की अलग- अलग टीमें जांच कर रही थीं। इस टीम में उपनिरी महेन्द्र गौतम, दिलीप सिंह, संजय यादव, अनिल तिवारी, उमेश तिवारी, रामकेश सिंह, रामकिशोर, अजीत सिंह, दयाशंकर, नाथूराम, महेश, आशीष, विजय बादल, पंकज, अभिलाष, विकाश राजपाल, प्रियवना व प्रीति, राहुल द्विवेदी, रविशंकर पाण्डेय, मनोज गुप्ता व सैनिक ओमप्रकाश, रामशरण गौतम, दीपेश पटेल, अजीत मिश्रा, वीपेन्द्र मिश्रा, संदीप सिंह व राहुल सिंह भी शामिल रहे।