By election 2020:अनूपपुर/कांग्रेस पार्टी में 40 वर्ष देने के बाद भाजपा में शामिल हुए बिसाहूलाल सिंह ने अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में हुए पहली बार उपचुनाव में 35180 वोट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। 1980 में बिसाहूलाल सिंह पहली बार कांग्रेस पार्टी से विधायक बने थे। उपचुनाव के पहले तक वे 5 बार चुनाव जीत कर आए और यह छठवां अवसर था जिसमें उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को भारी मतों से हराकर जीत हासिल की। 15 माह प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रहने के दौरान विधानसभा क्षेत्र के विकास में सरकार से सहयोग न मिलने पर बिसाहूलाल सिंह ने चार दशक की कांग्रेस पार्टी से अपना नाता तोड़ा और 10 मार्च को भाजपा का दामन थामा। 3 नवंबर को हुए मतदान के बाद 10 नवंबर को मतगणना के बाद बिसाहूलाल सिंह जनता का विश्वास प्राप्त करते हुए भाजपा से भी अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा।
बिसाहूलाल सिंह ने जब राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा तो उनका क्षेत्र का सर्वांगीण विकास का सपना था। विधायक पद पर रहकर बिसाहूलाल सिंह ने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया अपने राजनीतिक करियर में अनूपपुर को जिला का दर्जा देने के साथ अनूपपुर क्षेत्र को विकास के पायदान में आगे बढ़ाया। श्री सिंह ने प्राथमिक शिक्षा ग्राम छोहरी और लतार गांव से हासिल की। स्नातक की पढ़ाई रीवा में की और भूगोल विषय से एमए रीवा के टीआरएस कॉलेज से किया फिर उन्होंने एलएलबी की डिग्री भी रीवा से ली। पढ़ाई पूरी करने के बाद बिसाहूलाल सिंह अपने गांव परासी जनपद अनूपपुर लौटे। बिसाहूलाल सिंह के पिता राम मिलन सिंह कृषक थे। बिसाहूलाल सिंह ने पढ़ाई पूरी करने के बाद क्षेत्र के जमुना- कोतमा अंतर्गत तीन- चार कालरी में हाजिरी बाबू के पद पर 4 वर्ष नौकरी की।
फुटबॉल खेलने का था शौक
बिसाहूलाल सिंह को बचपन में फुटबॉल खेलने का शौक था और वह गांव में विकास के कार्य में यदि कोई गड़बड़ी होती थी तो उसका विरोध करने में भी आगे रहा करते थे। उन्होंने अपना राजनीतिक गुरु का दर्जा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के संयुक्त मंत्री रहे भंवर सिंह पोर्ते और पूर्व मंत्री दलवीर सिंह को दिया। बिसाहूलाल सिंह ने पहली पत्नी के एक वर्ष में बीमारी से निधन उपरांत परासी गांव के ही जगोतिया बाई से वैवाहिक रिश्ता जोड़ा। पत्नी सहित परिवार में छह बेटे हैं जिनमें से दो बेटों का देहांत हो चुका है। बिसाहूलाल सिंह 1974 में संजय गांधी की युवा कांग्रेस टीम में शामिल हो गए थे और यहीं से उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम कर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। राजनैतिक और समाजसेवा के कार्य में बचपन से बिसाहूलाल सिंह में रुचि थी उनके कार्य को देखते हुए पार्टी द्वारा उन्हें अनूपपुर ब्लॉक युवक कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया फिर 1977 में वे ब्लॉक युवक कांग्रेस के महामंत्री बने।