सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/सतना जिले में सीएम हेल्पलाईन की सभी विभागो की शिकायते इस सप्ताह कम होकर 10 हजार 1 पर आ गई है। वहीं जनवरी माह की ग्रेडिंग में 7वें स्थान पर रहा सतना जिला फरवरी माह की ग्रेडिंग में 0.8 अंक से टॉप-5 जिले में आने से वंचित रह गया। इस माह की ग्रेडिंग में जिला 6वें स्थान पर है। कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संपन्न समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में यह जानकारी दी गई। कलेक्टर ने जिले के अधिकारियों को निराकरण की गति बनाये रखते हुये इसे अपनी आदत में शुमार कर पैटर्न बनाने के निर्देश दिये हैं। उन्होने कहा कि इस सप्ताह सीएम हेल्पलाईन में अच्छा कार्य हुआ है। दिसबंर 21 में 23वें स्थान पर रहने वाला सतना जिला 6वें स्थान पर आ गया है। जिले की उत्तरोत्तर प्रगति को बनाये रखें और सतना जिले की शिकायतो को 10 हजार के नीचे ही सीमित रखे। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, अपर कलेक्टर राजेश शाही, डिप्टी कलेक्टर नीरज खरे, एसडीएम धीरेन्द्र सिंह, एचके धुर्वे, एसके गुप्ता, सुरेश जादव, सुरेश बेक, केके पांडेय, राजेश मेहता, सभी सीईओ जनपद, सीएमओ नगरीय निकाय और जिला विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि सीएम हेल्पलाईन में इस सप्ताह बहुत अच्छा काम हुआ है। सभी विभागो की कुल 10878 शिकायतो में से 877 अतिरिक्त शिकायतो का निराकरण कर 10 हजार एक शिकायतो पर लाया गया है। इस माह और अधिक सुधार करते हुये टॉप-5 जिलो में स्थान बनायें। उन्होने कहा कि राजस्व, स्वास्थ्य, सहकारिता विभाग अभी ‘सी’ कैटेगरी में है। सभी विभाग लक्ष्य निर्धारित कर ‘ए’ कैटेगरी में आने का प्रयास करे। इस सप्ताह खाद्य ने 148, राजस्व ने 200, ऊर्जा विभाग ने लंबित शिकायतो में से 111 शिकायते कम की है। नगरीय निकायो में मैहर ने 35 और रामनगर ने 9 शिकायते कम की है। कलेक्टर ने कहा कि फरवरी माह की कुल 3865 शिकायते है। जिनमें पीएचई 644, खाद्य 478, ऊर्जा 403 शिकायते लंबित है। इनका वेटेज के साथ निराकरण करें। सीएम हेल्पलाईन की 300 दिवस की 33 शिकायते भी कम हुई हैं। इस माह के अंत तक सभी लंबित 743 शेष शिकायतो को जीरो पर लायें। समाधान के विषयो से संबंधित सीएम हेल्पलाईन और समय बाह्य प्रकरणो की समीक्षा करते हुये कलेक्टर ने कहा कि किसी भी अधिकारी के प्रकरण दूसरी बार समय बाह्य मिलने पर बिना नोटिस जुर्माना अधिरोपित किया जायेगा।
टीएल की 26 शिकायते फिट फॉर रिमूवल
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने समय-सीमा (टीएल) पत्रको की विभागवार समीक्षा की। विभिन्न विभागो की टीएल पत्रको की समीक्षा में कुल 428 टीएल पत्रो में से निराकरण हो चुकी 26 शिकायते फिट फॉर रिमूवल पाई गई। कलेक्टर ने कहा कि आमतौर पर महत्वपूर्ण पत्रो, गंभीर शिकायतो, शासन के महत्वपूर्ण निर्देश पत्रो में से प्रति सप्ताह 25 से 30 पत्रो को टीएल में शामिल किया जाता है। सभी विभागीय अधिकारी इनका निराकरण पत्रो में अंकित समय-सीमा में करना सुनिश्चित करें।
इस सप्ताह 407 आवास हुये पूर्ण
समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और जल जीवन मिशन की समीक्षा की। सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में इस सप्ताह 407 आवास पूर्ण किए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक जिले में 17 हजार 176 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं।
कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी रावेंद्र सिंह ने जल जीवन मिशन की समीक्षा में बताया कि रेट्रोफिटिंग की कुल 96 योजनाओं में से 15 योजनाएं और कुल 153 योजनाओं में से अब तक 23 ग्रामों की योजनाएं पूर्ण कर ली गई है। कलेक्टर ने पूर्ण हो चुकी योजनाओं का सत्यापन करने के निर्देश जनपद के सीईओ को दिए हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना में मत्स्य पालन विभाग द्वारा 4500 के लक्ष्य के विरुद्ध 1751 प्रकरण बैंकों को भेजे गए हैं। जबकि पशुपालन विभाग द्वारा 51 हजार के लक्ष्य के विरुद्ध 8 हजार पशुपालकों के प्रकरण के.सी.सी बनाने बैंकों को प्रस्तुत किए हैं। जिनमें मत्स्य पालकों को 60 और पशुपालकों को 673 के.सी.सी जारी की गई है। कलेक्टर ने 25 फरवरी के रोजगार दिवस कार्यक्रम के लिए बैंकों में प्रस्तुत सभी प्रकरणों का परीक्षण कर के.सी.सी बनाने के निर्देश एलडीएम को दिए हैं। लोक निर्माण विभाग की सड़कों के निर्माण में आ रही रुकावटें भी दूर करने के निर्देश एसडीएम को दिए गए।
एडॉप्ट एन आंगनवाड़ी को गंभीरता से लें
समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने ‘‘एडॉप्ट एन आंगनवाड़ी’’ कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए इसे गंभीरता से लेने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को कम से कम एक आंगनवाड़ी केंद्र गोद लेने और प्रतिमाह कम से कम एक बार अपनी आंगनवाड़ी केंद्र में पहुंचने के निर्देश भी दिए हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सौरभ सिंह ने बताया कि जिले की कुल 3045 आंगनवाड़ी केंद्रों में से 2945 आंगनवाड़ी केंद्र गोद लिए जा चुके हैं। जिसका प्रतिशत 97.07 है। इन आंगनवाड़ी केंद्रों में 998 केंद्रों में अधोसंरचना मूलक आवश्यकता, 1337 केंद्रों में बच्चों की व्यक्तिगत आवश्यकता और 1418 केंद्रों में स्वास्थ्य एवं पोषण सेवा में आवश्यक योगदान दिया जा सकता है।
पौधारोपण अभियान में करे सहभागिता
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार 1 से 5 मार्च तक जिले में पौधारोपण का विशेष महा-अभियान चलाया जाएगा। सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने क्षेत्र के स्वयंसेवी, समाजसेवी, संस्थाओं, व्यक्तियों, स्व-सहायता समूह को अभियान से जोड़कर जनांदोलन का रूप देंवे। उन्होंने कहा कि पौधे लगाकर उसका फोटो भी वायुदूत ऐप अंकुर अथवा पोर्टल पर अपलोड कराएं।