Dawood ibrahim is spreading terrorist activities in india has formed a special squad: digi desk/BHN/नई दिल्ली/करीब तीन दशक पहले बम धमाकों से मुंबई को दहला वाला माफिया दाऊद इब्राहिम अब पूरे भारत में आतंकी गतिविधियां फैला रहा है। उसने इसके लिए एक विशेष दस्ता भी बनाया है। उसके लिए काम करने वालों को वह हवाला के जरिये पैसे और अन्य सामग्री पहुंचा रहा है। इस संबंध में खुफिया जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने दाऊद और अन्य के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियां अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
एनआइए को यह जानकारी मिली है कि दिल्ली और मुंबई में रहने वाले शीर्ष नेता और कारोबारी डी-कंपनी के नाम से कुख्यात दाऊद इब्राहिम के गिरोह के निशाने पर हैं। उसने अपने विशेष दस्ते के माध्यम से देशभर में आतंकी वारदातों को अंजाम देने की साजिश रची है। उसका प्रमुख मंसूबा देश भर में बम विस्फोट कराना है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए को दाऊद उसके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करने की छूट दे दी है। एनआइए के एक अधिकारी ने आइएएनएस को बताया कि एजेंसी द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर में दाऊद और उसके सहयोगियों के नाम का उल्लेख किया गया है। अधिकारी ने बताया कि दाऊद हवाला के जरिये देश में फैले उसके लिए काम करने वाले आतंकियों तक पैसे पहुंचा रहा है।
देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही डी कंपनी
अधिकारी ने बताया कि देशभर में फैले दाऊद के आदमी दंगा फसाद की स्थिति पैदा कर रहे हैं। डी-कंपनी देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है। समाज को धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है। लोगों के बीच नफरत फैलाई जा रही है।
इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल
एनआइए के मुताबिक डी-कंपनी से जुड़े लोग अपने मंसूबों को अंजाम देने और आपस में संवाद करने के लिए इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। जांच एजेंसी ने इनके बीच हुए कुछ संवाद को पकड़ा है, जिससे पता चलता है कि डी-कंपनी ने भारत के खिलाफ बहुत गहरी और बड़ी साजिश रची है।
भारत में वांछित है दाऊद इब्राहिम
वर्ष 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों के मामले में दाऊद इब्राहिम वांछित है। इन धमाकों में 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों घायल हुए थे। घटना के बाद दाऊद दुबई भाग गया था। खबरों के मुताबिक इस समय वह पाकिस्तान के कराची शहर में रह रहा है। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के इशारे पर भारत के विरुद्ध काम करता है।