सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ कोलगवां थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक कमलेश सेन की गुमशुदगी से उनके परिजनों सहित पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। स्वजन इसके पीछे थाना प्रभारी की प्रताड़ना बता रहे हैं। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने पूरे मामले की जांच सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान को सौंप दी है। जिसके बाद पुलिस की आधा दर्जन टीम पुलिस आरक्षक की तलाश में जुट गई है। आरक्षक ने अपना मोबाइल भी तोड़ दिया था जिसके कारण उसको ट्रेस नहीं किया जा सका लेकिन बुधवार शाम को पुलिस से मिली जानकारी अनुसार के गौरैया गांव के पास उसे देखा गया है जिसकी सीसीटीवी फुटेज भी मिली है। वहीं पूरे मामले में परिजनों ने आरक्षक को सही सलामत वापस लाने की मांग करते हुए थाने के सामने धरना देने की चेतावनी दी है।
रात में लगाई गई थी ड्यूटी
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार कोलगवां थाना के पीछे ही बनी पुलिस कालोनी में रहने वाले हेड कांस्टेबल कमलेश सेन की ड्यूटी सोमवार रात को थाने में लगाई गई थी। मगर वह निर्धारित समय पर नहीं आया जिसके कारण थाना प्रभारी ने उसकी अनुपस्थिति दर्ज करा दी लेकिन रात लगभग 11 बजे कमलेश अचानक थाने आ गया और अनुपस्थित किए जाने की बात पता चलते ही ड्यूटी पर मौजूद एएसआई अश्वनी द्विवेदी से बहस करने लगा। थाना में हंगामा सुनकर थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान डीपी सिंह चौहान ने फटकार लगा दी।
बताया जा रहा है कि इस फटकार के बाद आरक्षक थाने के बाद सड़क पर भी किया हंगामा किया। अधिकारियों का कहना है कि अनुपस्थित करने और फटकार से नाराज होकर आरक्षक ने अपने दोनों मोबाइल तोड़ दिए और घर जाकर पत्नी और बच्चों को लेकर सीताराम पेट्रोल पंप के सामने सड़क पर बैठ गया। यह जानकारी लगते ही साथी पुलिसकर्मियों ने किसी तरह समझा बुझाकर परिजनों समेत घर पहुंचा दिया लेकिन मंगलवार की सुबह वह किसी को बिना बताए ही मोटरसाइकिल लेकर कहीं चला गया तब से लेकर बुधवार शाम तक प्रधान आरक्षक वापस नहीं लौटा है। घर वापस नहीं आने पर पत्नी ने थाना में जाकर शिकायत दी है जिसके बाद पुलिस आरक्षक की तलाश में जुटी हुई है। इस घटना के बाद देर रात एसपी धर्मवीर सिंह भी थाना पहुंचे और मामले में नाराजगी जताते हुए आरक्षक को तलाश करने के निर्देश दिए हैं।