रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ गलवान घाटी में चीनी सैनिको के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए रीवा के शहीद जवान दीपक सिंह की पत्नी रेखा सिंह के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है। दरअसल रेखा अपने पति की शहादत को याद करते हुए भारतीय सेना का हिस्सा बनने जा रही है। वे देश की रक्षा में अपना जीवन लगाने के लिए भर्ती होना चाहती है। रेखा ने पर्सनैलिटी और इंटेलिजेंस टेस्ट पास कर लिया है और प्रयागराज आर्मी हास्पिटल में मेडिकल परीक्षण की प्रक्रिया से गुजर रही है। इसके बाद मैरिट आधार पर टाप अभ्यर्थी को चुना जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो रेखा सिंह सेना में भर्ती के लिए योग्य मानी जायेगी। फिर उन्हें ट्रेनिंग के लिए चेन्नई स्थित आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में भेजा जाएगा। गौरतलब है कि इस पद के लिये मात्र एक सीट रिक्त है और कई अभ्यार्थी है। उक्त बातें नईदुनिया से बातचीत करते हुए रेखा सिंह ने बताई है उन्होंने बताया है कि पूरे प्रक्रिया का परिणाम आने में अभी 2 महीने का समय लगेगा।
Rewa: गलवान घाटी में शहीद हुए थे दीपक, पत्नी रेखा भर्ती प्रक्रिया से गुजर रही, जज्बे को सलाम
शादी के बाद ही पति का छूट साथ
शहीद दीपक सिंह से रेखा के शादी घटना से 8 माह पहले ही हुई थी। वह डूयूटी में जाने के दौरान पत्नी से कश्मीरी शाल और गहने लाने का वादा किया था, लेकिन उसका तिरंगा में लिप्टा हुआ पार्थिव शरीर गांव पहुचा था। शहीद दीपक को नवंबर, 2021 में मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
रीवा के फारंदा गांव के थे शहीद दीपक
15 जुलाई, 1989 को रीवा जिले के फारंदा गांव में जन्मे दीपक सिंह साल 2012 में भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट में चिकित्सा कोर में भर्ती हुए थे। जनवरी, 2020 में उनकी पदस्थापना लद्दाख में हुई थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद ही मुठभेड़ में वे शहीद हुए। लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हुए थे।