सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक अवधिया ने बताया कि कोरोना वायरस विशेषतः ओमिक्रॉन की आशंका के दृष्टिगत संक्रमण से बचने के लिये सावधानियां रखना अतिआवश्यक है और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये हमे अपने व्यवहार में अनुकूल परिवर्तन लाना भी आवश्यक है। उन्होने आग्रह किया है कि वे बार-बार अपनी आंख नाक और मुंह को छूनें से बचें, दूर से अभिवादन करें न किसी से हाथ मिलायें, न गले मिले, आपस में दो गज की दूरी जरूर रखें। घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहनें।
खांसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढंककर रखे। श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें। बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सेनीटाईजर से हाथों को धोयें। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, तंबाकू, गुटका, खैनी, पान आदि खाकर यहां-वहां न थूकें।
उन्होंने कहा है कि बार-बार छुए जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें। अनावश्यक यात्रा से बचें। कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव न करें। अनावश्यक भीड़भाड़ इकट्ठा न होने दें। अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित न करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें। आपस में सभी एक-दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करे।
आयुष क्योर एप कोरोना के उपचार में मददगार
आयुष विभाग ने कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए जन सामान्य को आयुष स्वास्थ्य सेवा घर पर ही सुलभ कराने के उद्देश्य से यह टेलीमेडिसिन एप लॉन्च किया है। इस ‘आयुष क्योर’ एप का उपयोग रोगी तथा चिकित्सक दोनों कर सकेंगे। इसके द्वारा रोगी सीधे वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर सकेंगे। ‘आयुष क्योर’ एक एंड्रॉयड आधारित ऐप है। यह गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। रजिस्ट्रेशन के बाद आप अपनी पसंद की आयुष चिकित्सा पद्धति (आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी) के विशेषज्ञ चिकित्सक से अपनी सुविधा अनुसार अपॉइंटमेंट बुक कर सकेंगे। चुने गए चिकित्सक द्वारा निर्धारित समय अनुसार ही ऐप के माध्यम से वीडियो कॉल कर चिकित्सा परामर्श दिया जाएगा। आयुष चिकित्सा पद्धति को घर-घर तक पहुंचाने के लिए एवं जो रोगी चिकित्सालय में पहुंच पाने में असमर्थ है, उनके लिए यह सुविधा अच्छी साबित होगी।