संभाग में सिंचाई सुविधा के विस्तार के प्रयास करें – कमिश्नर
सतना/रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कमिश्नर कार्यालय रीवा में आयोजित बैठक में कमिश्नर अनिल सुचारी ने महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, उच्च शिक्षा विभाग तथा जल संसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि संभाग में बच्चों तथा गर्भवती माताओं के पोषण स्तर में सुधार के विशेष प्रयास करें। जन जागरूकता तथा जन भागीदारी से ही इसमें सफलता मिलेगी। आंगनवाड़ी केन्द्र को गोद लेने के अभियान को प्रभावी रूप से लागू करें। जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, अधिकारियों तथा गणमान्य नागरिकों से संपर्क करके उनकी सुविधा के अनुसार आंगनवाड़ी केन्द्र गोद लेने के लिए उनका पंजीयन कराएं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में संभाग के सभी जिले लक्ष्य से पीछे हैं। जिन परियोजनाओं में कम महिलाओं को लाभान्वित किया गया है, उनकी समीक्षा संयुक्त संचालक करें।
कमिश्नर ने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्रों तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करें। लाड़ली लक्ष्मी योजना से भी हर पात्र कन्या को लाभान्वित कराएं। सतना तथा सीधी जिले में इस योजना में पंजीयन कम है। कमिश्नर ने उच्च शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा कालेज के प्राचार्यों की बैठक लेकर छात्रवृत्ति से संबंधित सभी प्रकरण निराकृत कराएं। मेधावी छात्रवृत्ति, गांव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना, छात्र आवास सहायता योजना के प्रकरण बड़ी संख्या में लंबित हैं। इनसे जुड़ी कई शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में भी दर्ज हैं। सभी प्रकरणों का एक सप्ताह में निराकरण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। कमिश्नर ने लोक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि रीवा शहर की मॉडल रोड का निर्माण 31 मार्च तक हरहाल में पूरा कराएं। सड़क के साथ-साथ नाली निर्माण, डिवाइडर तथा पेवर लगाने के कार्य भी समय-सीमा में पूरा करें। सड़कों के ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर उनमें दुर्घटना रोकने के उपाय करें।
जल संसाधन विभाग की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि संभाग में सिंचाई का क्षेत्र बढ़ाने के लिए कार्ययोजना तैयार करें। बाणसागर की नहरें संभाग के लिए वरदान साबित हुई हैं। त्योंथर, नईगढ़ी तथा मऊगंज क्षेत्र में भी बाणसागर का पानी पहुंचाने के प्रयास करें। सीधी जिले के रामपुर नैकिन तहसील में कई गांवों में नहरों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है। इनमें तत्काल सुधार कराएं। बैठक में अधीक्षण यंत्री जल संसाधन रामानंद सिंह ने बताया कि संभाग में वर्तमान में दो लाख 55 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई सुविधा है। इसे तीन लाख 15 हजार हेक्टेयर तक बढ़ाने के लिए परियोजनाओं में कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा लघु सिंचाई परियोजनाएं भी जारी हैं। बैठक में संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास श्रीमती ऊषा सिंह सोलंकी, मुख्य अभियंता लोक निर्माण एमके नायक, अधीक्षण यंत्री लोक निर्माण एचएम वर्मा, कार्यपालन यंत्री केके गर्ग, उप संचालक सतीश निगम तथा अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा पंकज श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
नशा मुक्त भारत अभियान की कार्यशाला 12 जनवरी को
उप संचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण सौरभ सिंह ने बताया कि जिले में नशा मुक्त भारत अभियान 15 अगस्त 2020 से निरंतर चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिले के युवाओं के मध्य नशा मुक्ति संबंधी जागरुकता प्रसारित करने के लिये शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय गहरा नाला सतना में 12 जनवरी 2022 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दोपहर 12 बजे से 3 तक किया जायेगा। उप संचालक श्री सिंह ने कार्यशाला में समस्त विभागों के प्रतिनिधियों एवं सभी महाविद्यालयों से 2 छात्र-छात्राओं को प्रतिनिधि के रुप में उपस्थिति सुनिश्चित कराने की अपेक्षा की है।
बच्चों को पिलाया जाएगा विटामिन ‘ए’ घोल
विटामिन ‘ए’ की कमी से होने वाले कुपोषण को दूर करने के उद्देश्य से 9 माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को 11 जनवरी से 12 फरवरी तक विटामिन ए घोल पिलाया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि विटामिन ए की कमी से बच्चों में शारीरिक विकास के अवरूद्ध होने के साथ ही नेत्र रोग व दस्त संक्रमण होता है जिससे बाल मृत्यु दर बढ़ती है। इसे रोकने के लिए विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।
उन्होंने सभी आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सत्र स्थल में नियमित अंतराल पर सीमित संख्या में बच्चों को बुलाकर विटामिन ए का घोल पिलाएं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि उक्त कार्यक्रम में सभी सहयोग करें तथा पपीता, गाजर, केला, आम एवं अण्डा जिनमें विटामिन ए के स्त्रोत पाए जाते हैं, उनका सेवन बच्चों को करवाएं।