सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना में चार दिनों से बिगड़े मौसम और बारिश से सोमवार को राहत मिल गई। लेकिन इसकी वजह से खरीद केंद्रों में खुले में रखा धान खराब होने से शासन को अधिक नुकसान हुआ है। जबकि धान नहीं बेच नहीं पाने वाले किसानों को भी नुकसान हुआ है। सतना में लगभग एक लाख क्विंटल धान भीग गया है। इसमें सबसे ज्यादा अमरपाटन, नागौद और मझगवां केंद्र शामिल हैं। जबकि मैहर में 50 किसानों की धान खरीद नहीं होने के कारण ट्रैक्टर ट्रालियों में रखे-रखे भीग गई। इसकी जानकारी लगते ही एसडीएम धर्मेंद्र मिश्रा सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने खरीद केंद्र पहुंचकर खराब हुए धान का आंकलन किया। एसडीएम धर्मेंद्र मिश्रा सहित तहसीलदार मानवेंद्र सिंह ने मैहर के पौड़ी, नादन व रिगरा धान खरीद केंद्रों में पहुंचकर जांच की।
दलहनी फसलों का भी हुआ नुकसान
लगातार बारिश से जिले में किसानों के खेंतों में पानी भर गया है। जिससे दलहनी फसल व सरसो की फसल को नुकसान हुआ है। ज्ञात हो कि जिले में बीते चार दिनों में लगभग दो इंच बारिश हुई है। इसमें रामपुर बाघेलान व हिनौती समेत आस-पास के गांवों में बारिश का कहर देखने मिला जहां खेत पानी से लबालब भर चुके हैं।
अधिकारी बोले बारिश फायदेमंद
वहीं सतना में हुई बारिश से अलग अधिकारियों का कहना है कि यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद है। कृषि अधिकारी बीएल कुरील के अनुसार जिले में अधिक नुकसान नहीं हुआ है, क्योंकि अधिकांश जगह पहले ही व्यवस्था कर ली गई थी। वहीं कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बारिश से हुए धान और फसलों के नुसान की रिपोर्ट अधिकारियों से मंगवाई है।