पन्ना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बीते चार-पांच दिनों से जिले में हो रही बारिश के चलते प्रशासन द्वारा कराए गए जिले में विकास कार्य की पोल खुलती नजर आ रही है। जिले में विकास की गंगा किस तरह वही है यह इसी बात पर दिख रही है कि जिले के ग्राम मढ़ियाराव से पिपरिया खुर्द तक का पहुंच मार्ग सड़क निर्माण नहीं होने से यहां के लोग मुसीबतों से जूझ रहे हैं और हल्की बारिश हो जाने के बाद गांव का संपर्क जिले की मुख्य धाराओं से टूट जाता है। ऐसा ही एक मामला उक्त गांव में सामने आया जिसमें बीते 4 दिनों से बीमार चल रहे युवक को समुचित इलाज हेतु इसलिए नहीं ले जाया जा सका क्योंकि बीते 5 दिनों से चल रही बारिश के कारण इस गांव में किसी वाहन का आना-जाना नामुमकिन है।
युवक की हालत जब ज्यादा ही बिगड़ने लगी तो गांव के लोगों ने चारपाई का सहारा लेते हुए लगभग 3 किलोमीटर की दूरी खेत के पगडंडियों से खटिया की डोली मैं लिटाकर बीमार युवक को वाहन पहुंच मार्ग तक ले जाया गया तब कहीं जाकर बीमार युवक को किसी वाहन की मदद से स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया जा सका। हम आपको बता दें कि यह मामला पन्ना जिले के ग्राम पंचायत जिजगांव जनपद क्षेत्र क्रमांक 21 गुनौर के अंतर्गत आने वाला ग्राम मडियाराव है जहां लखन प्रसाद शर्मा पिता शंकर प्रसाद शर्मा 60 वर्ष 3 दिन पहले पैर फिसलने से गिर गए थे और चल नहीं पा रहे थे। बारिश होने के कारण वाहन नहीं जा सके जिससे अस्पताल नहीं भेजा गया बाद में चारपाई के सहारे गांव वालों की मदद से किसी प्रकार खेतों की पगडंडियों से उसे पहुंच मार्ग ग्राम कमताना तक ले जाया गया। यहां से वाहन की व्यवस्था कर अस्पताल पहुंचाया गया।
सड़क नसीब नहीं हो सकी
पन्ना जिले के ग्राम मढ़ियाराव से पिपरिया खुर्द के तक सड़क निर्माण नहीं होने से यहां के लोग मुसीबतों से जूझ रहे हैं। मालूम हो कि यह दोनों गांव पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रविराज सिंह यादव के निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत व मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के ग्रह ग्राम इटौरी के ठीक बाजू से हैं जहां के निवासियों को आजादी के 75 सालों बाद भी सड़क नसीब नहीं हो सकी। ग्रामीण बताते हैं कि सड़क की मांग करते करते उनके कई बुजुर्ग स्वर्ग सिधार गए और वह भी अब आधी उम्र बिता चुके हैं पर सड़क की उम्मीद अभी भी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही। ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि मुख्य मार्ग झगरा से वाया पिपरिया ग्राम मढ़ियाराव तक दूरी लगभग 3 किलोमीटर अर्ध निर्मित मुख्यमंत्री सड़क पड़ी हुई है जिसके निर्माण हेतु लगातार ज्ञापन आवेदन दिए जाते रहे हैं लेकिन संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के चलते हैं आज तक इस मार्ग का पूर्ण निर्माण नहीं हो सका है जिसका परिणाम ग्राम कि लोग भुगत रहे हैं।