किया परसमनिया, पहाड़ी, गुढ़ा ग्राम का भ्रमण, धान खरीदी केन्द्र सहित गांवो के विकास कार्यों का लिया जायजा
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ उचेहरा जनपद के परसमनियां पहाड़ी अंचल की ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे कलेक्टर अनुराग वर्मा ने स्वच्छता परिसर का कार्य 2-3 माह से बंद रखने पर पहाड़ी ग्राम पंचायत के सचिव को निलंबित कर दिया है। कलेक्टर श्री वर्मा ने अपने भ्रमण के दौरान परसमनिया, पहाड़ी और गुढ़ा ग्राम का भ्रमण किया तथा धान खरीदी केन्द्र सहित गांवो के विकास कार्यों का जायजा भी लिया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, एसडीएम एचके धुर्वे, कार्यपालन यंत्री आरईएस अश्वनी जायसवाल एवं सीईओ जनपद प्रभा तेकाम उपस्थित रहीं।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने ग्राम पहाड़ी के भ्रमण के दौरान अनुसूचित जनजाति कार्य विभाग से बन रहे सामुदायिक भवन और आंगनवाड़ी केन्द्र तथा स्वच्छता परिसर के निर्माणाधीन कार्य का निरीक्षण किया। उन्होने इस दौरान स्वच्छता परिसर का काम विगत 2-3 माह से बंद पाये जाने और स्वच्छता संबंधी कार्यों में लापरवाह पहाड़ी ग्राम पंचायत के सचिव रामसखा नामदेव को निलंबित करने के निर्देश दिये।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत कर समस्यायें जानीं
कलेक्टर ने ग्राम पंचायत भवन में बैठकर स्थानीय ग्रामीण एवं स्व-सहायता समूह की महिलाओं से रुबरु बातचीत कर समस्यायें जानीं। इस मौके पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर को बताया कि परसमनिया क्षेत्र में पर्याप्त दूध का उत्पादन होता है। ज्यादातर इसका खोवा-मावा बनाकर विक्रय करते हैं। इसी प्रकार विगत वर्ष कोदो-कुटकी का ढाई किलो बीज लाकर बोया गया था। जिसमें लगभग 10 कि्ंवटल का उत्पादन मिला है। कलेक्टर श्री वर्मा ने महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों को विपणन एवं बाजार उपलब्ध कराने तथा दुग्ध उत्पादन की बहुलता पर परसमनिया में बीएमसी (मिल्क शीत प्लांट) की स्थापना के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश आजीविका मिशन ग्रामीण के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने परसमनिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया और वहां पदस्थ डॉ प्रशांत यादव के अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होने ग्राम गुढ़ा के धान खरीदी केन्द्र के निरीक्षण के दौरान काफी मात्रा में एकत्र धान का परिवहन शीघ्र करने और धान की तौल करने कांटे और मापक की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्र में धान के कम मात्रा में परिवहन और तुलाई की समुचित व्यवस्था नहीं होने पर समिति प्रबंधक के प्रति अप्रसन्नता जताई।
जमीन मे बैठकर लोगो की सुनी समस्याएं
ग्रामीण क्षेत्र के भ्रमण पर निकले कलेक्टर अनुराग वर्मा ने शुक्रवार को उचेहरा विकासखंड के पहाड़ी अंचल परसमनिया की ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया। उन्होंने पुरैना और कुरैही मे शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तथा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी केंद्र मे कलेक्टर ने बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार एवं संदर्भ सेवाओं, सैम (अति कुपोषित) और मैम (मध्यम कुपोषित) बच्चों की जानकारी ली। कलेक्टर श्री वर्मा ने शालाओ मे पहुंच कर शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति चेक की और पठन-पाठन की गतिविधियों एवं शैक्षणिक स्तर का जायजा लिया। कलेक्टर ने साथ मे गये अधिकारियों के साथ शाला प्रांगण मे जमीन पर बैठकर लोगो की समस्याएं सुनी। उन्होंने लोगों से राशन वितरण, पीएम आवास, पेंशन योजनाओं तथा पानी की समस्या, पेयजल उपलब्धता के बारे मे चर्चा कर जानकारी ली। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव झाडे़, एसडीएम उचेहरा एचके धुर्वे, सीईओ जनपद प्रभा तेकाम भी उपस्थित रहीं।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का लक्ष्य बैंकर्स शीघ्र पूर्ण करें- कलेक्टर
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने डीएलसीसी की गत दिनों संपन्न हुई बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के लक्ष्य शीघ्र पूर्ति करने के निर्देश बैंकर्स को दिये हैं। महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी ने बताया कि भारत सरकार की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम बहुआयामी एवं सूक्ष्म उद्यम स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका युवाओं के बीच निभा रही है। जिसमें सूक्ष्म, उद्यम स्थापना हेतु अधिकतम 25 लाख रुपये की परियोजनाओं को ऋण एवं अधिकतम 35 प्रतिशत अनुदान प्रदाय किया जा रहा है। लेकिन सेवा क्षेत्र में उद्यम को अधिकतम 10 लाख रुपये की ही पात्रता आती है। इस योजना में आमदनी एवं उम्र का बंधन न होने के कारण अधिकतम युवाओं एवं युवतियों को पात्रता आती है। बशर्ते पूर्व से अन्य अनुदान पूरक योजना का लाभ न लिया हो। यह योजना छोटे उद्यम प्रारंभ करने वाले युवाओं के लिये कारगर साबित हुई है।
महाप्रबंधक श्री तिवारी ने बताया कि बैंकर्स बैठक में कलेक्टर श्री वर्मा द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की समीक्षा की गई है तथा कम प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुये स्व-रोजगार सम्मेलन के पूर्व शत-प्रतिशत ऋण वितरण हेतु निर्देश बैंको को दिये गये हैं। जिससे जिले के युवाओं और युवतियों को लाभ मिल सके तथा रोजगार सृजन भी हो सके। उल्लेखनीय है कि स्व-रोजगार सम्मेलन में व्यापक स्तर पर ऋण वितरण कराये जाने के शासन स्तर से निर्देश हैं तथा बैंको के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समस्त योजनाओं के लक्ष्य भी अलग से जारी किये गये हैं।