UP Election 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश में कोरोना के नए ओमिक्रोन वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटे में 781 केस सामने आ चुके हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से अगले साल होने वाले विधानसभा इलेक्शन में देरी नहीं करने का आग्रह किया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, अनूप चंद्र पांडे और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार देर शाम लखनऊ में पॉलिटिकल पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बता दें जमीनी हालात पर जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर है।
ये प्रतिनिधिमंडल हुए शामिल
भाजपा के जेपीएस राठौर, सपा से नरेश उत्तम पटेल, बीएसपी से मेवालाल गौतम, कांग्रेस से ओंकार नाथ सिंह और रालोद से अनिल दुबे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने इलेक्शन कमीशन से सख्त कोविड-19 प्रोटोकॉल के बीच चुनाव निर्धारित करने का आग्रह किया। मीटिंग के बाद समाजवादी पार्टी के नेता नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि सपा ने आयोग के कोविड केस की बढ़ोतरी को रोकने के लिए उचित व्यवहार के सख्त कार्यान्वयन के साथ विधानसभा चुनाव आयोजित करने का आग्रह किया है।
हर बूथ पर महिला कांस्टेबल की तैनाती
बीजेपी के उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने कहा कि विधानसभा चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होने चाहिए। हालांकि अंतिम फैसला चुनाव आयोग को लेना है। उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर को देखते हुए मतजान केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए। राठौर ने कहा, ‘हमने तीन मांगें उठाईं है। वहीं हर बूथ पर महिला कांस्टेबल की तैनाती की मांग की।’
अतिरिक्त मुख्य सचिव को हटाने की मांग
इस बीच कांग्रेस ने चुनाव से पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को पद से हटाने की मांग की। पार्टी ने कहा कि एसीएम होम अवनीश कुमार अवस्थी चुनाव प्रबंधन का हिस्सा नहीं होना चाहिए। उन्हें आदर्श आचार संहिता से पहले स्थानांतरित किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकारी अधिकारी होने के बावजूद वह केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट्स को रीट्वीट करते हैं।
अन्य पार्टियों ने कहा
रालोद के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने कहा कि ईसीआई को 80 वर्ष के ऊपर के मतदाताओं की एक लिस्ट प्रदान करनी चाहिए। समाजवादी पार्टी ने कहा कि प्रदेश में 40 लाख ऐसे मतदाता हैं। जिनकी उम्र 80 साल से अधिक है। वहीं बसपा ने आचार संहिता को सख्ती से लागू करने की मांग की।