सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के तत्वाधान में शुक्रवार को न्यायालय परिसर सतना सहित समस्त तहसीलों के विधिक कार्यालयों में 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अविनाश चन्द्र तिवारी ने बताया कि न्यायालय परिसर सतना में अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं प्रधान जिला न्यायाधीश राजेन्द्र प्रसाद शर्मा की उपस्थिति में प्रातः 11 बजे संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। प्रधान न्यायाधीश श्री शर्मा द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संविधान दिवस की शुभकामनायें देते हुये संविधान की भावना के अनुरुप कार्य करने के लिये कहा गया। इसके उपरांत एडीआर भवन में भी दोपहर 12 बजे सचिव श्री तिवारी द्वारा प्रस्तावना का वाचन किया गया। इस मौके पर न्यायिक अधिकारी-कर्मचारी एवं पैनल लायर्स उपस्थित रहे।
संविधान दिवस के अवसर पर जिले के समस्त तहसील विधिक कार्यालयों में भी प्रस्तावना का वाचन किया गया। इसके साथ ही विधिक साक्षरता शिविर एवं कार्यशाला का आयोजन कर उपस्थित जन को विधि एवं संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी दी गई।
संविधान की उद्देषिका का हुआ वाचन
भारत सरकार संसदीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार सतना जिले के शासकीय कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थाओं में संविधान दिवस पर भारत के संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया। इस मौके पर उद्देशिका का वाचन किया गया कि हम, भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक, और राजनैतिक न्याय विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर, 1949 ई. (मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, संवत् दो हजार छह विक्रमी) एतद द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं, का वाचन किया गया।