उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव रविवार की सुबह शराब के एक अवैध ठीहे पर ग्राहक बनकर पहुंच गए। उन्होंने दुकानदार से शराब मांगी जो दुकानदार ने बड़ी सहजता के साथ उपलब्ध करा दी। यह देखकर कलेक्टर अपने असली रूप में आए और उन्होंने सीएमओ सहित अमले को बुलाकर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। परिणाम स्वरूप कुछ देर में ही शराब का अवैध ठीहा नेस्तनाबूद कर दिया गया। इस घटना के साक्षी बने लोगों में कलेक्टर की इस कार्रवाई को लेकर खासी चर्चा है।
सामान्य वेशभूषा में थे कलेक्टर
रविवार की सुबह कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव सामान्य वेश भूषा में नई सब्जी मंडी स्थित उस ठेले में पहुंचे जहां लंबे समय से अवैध देसी शराब लोगो को परोसी जा रही थी। बताया जाता है कि कलेक्टर ने सीधे दुकान मालिक से देशी शराब मांगी, जिसके बाद दुकान मालिक ने बाकायदा शीशी में पैक एक पाव की देशी शराब दी और बाद में कलेक्टर से पैसे की डिमांड की। कलेक्टर ने कहा अभी पैसा देता हूं,थोड़ा इंतज़ार करो।
अमले को बुलाया
इसके बाद कलेक्टर ने सीएमओ और आबकारी विभाग के अधिकारियों को फोन करके मौके पर बुला लिया। कुछ देर में ही नगरीय विभाग का अमला मौके पर पहुंचा जिसे कलेक्टर ने शराब दुकान को हटाने का निर्देश दे दिया। कलेक्टर का निर्देश पाते ही नगरपालिका के कर्मचारियों ने अवैध रूप से सड़क के किनारे रखे ठेले को हटा दिया और पूरा सामान जब्त कर लिया।
हटाए गए ठेले
बताया जाता है कि कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने नई सब्जी मंडी स्थित चौराहे पर मौजूद बादशाह सोनी और बिल्ली गुप्ता के दो ठेलों को सड़क के किनारे से हटाने के लिए निर्देशित किया। जिसके बाद ठेलों को हटा दिया गया नगरपालिका सीएमओ शशि कपूर की अगुवाई में अतिक्रमण स्थल पर रखे दोनो ठेलों को स्थल से पृथक करा दिया है। विदित हो कि लंबे समय से इन दोनों ठेलों से अवैध देशी शराब का कारोबार बेख़ौफ़ किया जा रहा था। परन्तु विभागीय स्तर पर कोई कार्यवाही नही की गई थी। जिसके बाद कलेक्टर ने रविवार की सुबह ठेले में पहुंचकर बकायदा देशी शराब ली और लेने के बाद जब उनको ठेले से अवैध शराब की बिक्री की जानकारी हुई तो उन्होंने कार्रवाई कर दी।