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जनजातीय गौरव दिवस समारोह सिर्फ कार्यक्रम नहीं, जनजातियों के सशक्तीकरण का अभियान -मुख्यमंत्री चौहान

मुख्यमंत्री ने समारोह में नागरिकों को किया आमंत्रित

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने वाले भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर भोपाल में हो रहे विशाल जनजातीय गौरव दिवस समारोह को जनजातीय वर्ग के सशक्तीकरण का माध्यम बताया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस समारोह में नागरिकों को आमंत्रित किया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भगवान बिरसा मुंडा के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि उनका बलिदान सदैव देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। यह गौरव के क्षण हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 15 नवम्बर भगवान बिरसा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया। निश्चित ही यह आनंद का विषय है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूरे देश में इस तिथि को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में विशाल कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस पर इतना विशाल कार्यक्रम, सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि जनजातीय नायकों को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने का अवसर भी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय संस्कृति और परम्पराओं को और आगे बढ़ाने, संरक्षित करने के लिए यह महत्वपूर्ण प्रयास है। यह प्रदेश के जनजातीय भाइयों-बहनों, बेटे-बेटियों को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक सशक्तीकरण का अभियान है। जनजातीय वर्ग के समग्र विकास के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आव्हान किया कि भोपाल के जम्बूरी मैदान में 15 नवम्बर को यथा समय उपस्थित होकर इस अभियान को सफल बनाएँ।

15 नवम्बर को सामान्य अवकाश रहेगा

बिरसा मुण्डा जयंती पर सोमवार, 15 नवम्बर 2021 को राज्य शासन द्वारा सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। पूर्व में इस दिन ऐच्छिक अवकाश घोषित किया गया था। राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि बिरसा मुण्डा जयंती 15 नवम्बर 2021 को ऐच्छिक अवकाश के स्थान पर अब सामान्य अवकाश होगा।

जनजातीय वर्ग के छात्रों को एकलव्य और शिक्षा परिसर में दी जा रही अच्छी शिक्षा

चित्रकूट और मैहर में हैं संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय

राज्य शासन द्वारा जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल की पढ़ाई अच्छे वातावरण और गुणवत्ता पूर्वक सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय और आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर जैसे शिक्षा संस्थान संचालित किए जा रहे हैं। सतना जिले में जनजातीय वर्ग के 480 छात्र-छात्राओं को एकलव्य विद्यालय चित्रकूट और मैहर में शिक्षा दी जा रही है। वहीं आदिवासी वर्ग की बालिकाओं को आवासीय उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर का संचालन वर्ष 2021-22 से सोहावल में किया जा रहा है।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय मैहर और चित्रकूट में तथा आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर सोहावल में पढ़ने वाले अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क बेहतर आवास, भोजन, कपड़ा, किताबें, स्टेशनरी, चिकित्सा सुविधा सबकुछ राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क मुहैया कराई जाती हैं। इन आवासीय विद्यालयों के माध्यम से जनजातीय वर्ग के छात्र-छात्राओं की शिक्षा के लिए गुणात्मक विकास किए जा रहे हैं।

जनजातीय कार्य विभाग के जिला संयोजक अविनाश पांडेय बताते हैं कि एकलव्य आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधा तो उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा शिष्यवृत्ति भी दी जाती है। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय मैहर में वर्ष 2015-16 से वर्ष 2021-22 तक 1567 जनजातीय वर्ग के छात्र-छात्राओं को 2 करोड़ 98 लाख 60 हजार रूपये की शिष्यवृत्ति दी गई। इसी प्रकार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय चित्रकूट में वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक 823 जनजातीय छात्र-छात्राओं को 42 लाख 42 हजार की छात्रावास शिष्यवृत्ति प्रदान की गई है।

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