(जनजातीय गौरव दिवस पर विशेष)
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ राज्य सरकार द्वारा जनजातीय वर्ग के शिक्षित युवा-युवतियों को सिविल सेवा में जाने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने पर विभिन्न चरणों में प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की योजना संचालित की जा रही है। राज्य शासन की सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत सतना जिले में 3 वर्षों में 8 अनुसूचित जनजाति वर्ग के प्रतिभागी हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। इन्हें एक लाख 40 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
राज्य शासन के जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जनजाति वर्ग के युवाओं को संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर 40 हजार रूपये, मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर 60 हजार रूपये और साक्षात्कार में उत्तीर्ण होने पर 50 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसी प्रकार मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक उत्तीर्ण करने पर 20 हजार रूपये, मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर 30 हजार रूपये और साक्षात्कार में उत्तीर्ण होने पर 25 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण अविनाश पांडेय बताते हैं कि सतना जिले में जनजाति वर्ग के प्रतिभागियों को सिविल सेवा परीक्षा प्रोत्साहन योजना में वर्ष 2017-18 में 4 छात्रों को 80 हजार रूपये, वर्ष 2018-19 में 2 छात्रों को 40 हजार रूपये और वर्ष 2019-20 में 2 छात्रों को 40 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है।
राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा के लिए कंट्रोल रूम स्थापित, तीन परीक्षा केन्द्रों में रविवार को होगी परीक्षा
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य अभियांत्रिकी सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 रविवार 14 नवम्बर को दोपहर 12 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक एक सत्र में जिले के तीन परीक्षा केन्द्रों शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज नई बस्ती, सरस्वती स्कूल कृष्ण नगर एवं प्रियंबदा बिड़ला हायर सेंकेंडरी स्कूल सतना में आयोजित होगी।
राज्य अभियांत्रिकी सेवा प्रारंभिक परीक्षा के प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर सुरेश जादव (मोबाईल नंबर 9893504461) होंगे। परीक्षा के संचालन के कलेक्ट्रेट कार्यालय के कक्ष क्रमांक एफ-17 में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमें परीक्षा दिनांक को प्रातः 8 बजे से परीक्षा सामग्री जमा होने तक अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई। जिसके अनुसार शिकायत एवं सूचना प्राप्त करना और निराकरण हेतु संबंधित को भेजने के लिए जेडीईओ ओपी शुक्ला (मो.नं. 7583003881), प्रमोद कुशवाहा (9179880553) एवं सहायक ग्रेड-3 दयाराम वर्मा (9425406494) की ड्यूटी लगाई गई है।
जनजातीय वर्ग के छात्रों को एकलव्य और शिक्षा परिसर में दी जा रही अच्छी शिक्षा
चित्रकूट और मैहर में हैं संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय
राज्य शासन द्वारा जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल की पढ़ाई अच्छे वातावरण और गुणवत्ता पूर्वक सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय और आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर जैसे शिक्षा संस्थान संचालित किए जा रहे हैं। सतना जिले में जनजातीय वर्ग के 480 छात्र-छात्राओं को एकलव्य विद्यालय चित्रकूट और मैहर में शिक्षा दी जा रही है। वहीं आदिवासी वर्ग की बालिकाओं को आवासीय उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर का संचालन वर्ष 2021-22 से सोहावल में किया जा रहा है।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय मैहर और चित्रकूट में तथा आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर सोहावल में पढ़ने वाले अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क बेहतर आवास, भोजन, कपड़ा, किताबें, स्टेशनरी, चिकित्सा सुविधा सबकुछ राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क मुहैया कराई जाती हैं। इन आवासीय विद्यालयों के माध्यम से जनजातीय वर्ग के छात्र-छात्राओं की शिक्षा के लिए गुणात्मक विकास किए जा रहे हैं।
जनजातीय कार्य विभाग के जिला संयोजक अविनाश पांडेय बताते हैं कि एकलव्य आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधा तो उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा शिष्यवृत्ति भी दी जाती है। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय मैहर में वर्ष 2015-16 से वर्ष 2021-22 तक 1567 जनजातीय वर्ग के छात्र-छात्राओं को 2 करोड़ 98 लाख 60 हजार रूपये की शिष्यवृत्ति दी गई। इसी प्रकार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय चित्रकूट में वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक 823 जनजातीय छात्र-छात्राओं को 42 लाख 42 हजार की छात्रावास शिष्यवृत्ति प्रदान की गई है।