सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ कोरोना संक्रमण का प्रकोप के कारण आम जन-जीवन पर असर पड़ने के साथ व्यापार पर भी गंभीर असर पड़ा। कृषि उपज मण्डियों का कामकाज भी इससे अछूता नहीं रहा। सतना जिले की पांच कृषि उपज मण्डियों में कोरोना संक्रमण के काल में अप्रैल से सितम्बर 2020 की अवधि में गत वर्ष की तुलना में 16.66 प्रतिशत अधिक अनाज की आवक हुई। इन मण्डियों में कामकाज बेहतर हुआ।
इस संबंध में उप संचालक मध्यप्रदेश राज्य कृषि विकास बोर्ड ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल से सितम्बर माह की अवधि में सतना जिले की पांच कृषि उपज मण्डियों में चार लाख 33 हजार 437 मीट्रिक टन अनाज की आवक हुई। गत वर्ष इसी अवधि में पांचों कृषि उपज मण्डियों में तीन लाख 71 हजार 545 मीट्रिक टन अनाज की आवक हुई थी। इससे तुलना करने पर वर्तमान वर्ष में कोरोना संकट तथा विभिन्न प्रतिबंधों के बावजूद अनाज की आवक में 16.66 प्रतिशत वृद्धि हुई है। कृषि उपज मण्डी सतना में गत वर्ष अप्रैल से सितम्बर माह की अवधि में एक लाख 99 हजार 63 मीट्रिक टन अनाज की आवक हुई। जबकि वर्तमान वर्ष में इसी अवधि में दो लाख 24 हजार 871 मीट्रिक टन अनाज की आवक हुई।
कृषि उपज मण्डी नागौद में गत वर्ष इसी अवधि में 91 हजार 406 मीट्रिक टन जबकि इस वर्ष एक लाख सात हजार 586 मीट्रिक टन अनाज की आवक हुई। कृषि उपज मण्डी अमरपाटन में गत वर्ष 29 हजार 493 मीट्रिक टन जबकि इस वर्ष 36 हजार 916 मीट्रिक टन एवं मैहर मण्डी में गत वर्ष 35 हजार 546 मीट्रिक टन जबकि इस वर्ष 48 हजार 857 मीट्रिक टन अनाज की आवक हुई। इसी तरह कृषि उपज मण्डी रामनगर में गत वर्ष 15 हजार 37 मीट्रिक टन तथा इस वर्ष 15 हजार 207 मीट्रिक टन अनाज की आवक हुई। कोरोना संक्रमण के काल में भी इन मण्डियों में अनाज की अच्छी आवक तथा खरीद-बिक्री नियमित रूप से की गई। इससे किसानों तथा व्यापारियों को अनाज के व्यापार की सुविधा मिलने के साथ-साथ शासन की आय में भी वृद्धि हुई। अनाज की नियमित खरीद-फरोख्त के कारण हम्मालों तथा तुलावटियों को रोजगार का अवसर मिला।
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