सतना/चित्रकूट, भास्कर हिंदी न्यूज़/ भगवान श्रीराम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में दीपावली के अवसर पर होने वाला दीपोत्सव मेला की शुरुआत सोमवार से हो रही है। पांच दिवसीय दीपोत्सव मेले की तैयारियां बीते एक सप्ताह से शुरू हो गई थीं। रंग-रोगन, साफ-सफाई के साथ सुरक्षा और व्यवस्था का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है। मेला को देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है।नगर, मेला स्थल और पार्किंग स्थल में भी प्रकाश की व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। दीपदान मेला में कामदगिरि की परिक्रमा प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु लगाते हैं लेकिन हजारों श्रद्धालु ऐसे हैं जो पंच कोसी परिक्रमा करते हैं। इस बार दीपोत्सव मेला में दो लाख से अधिक श्रद्घालुओं के पहुंचने की संभावना है। पंच कोसी परिक्रमा में हनुमानधारा, मत्यगजेंद्रनाथ, कामतानाथ, सीता रसोई आदि स्थान आते हैं। मेले के दौरान चित्रकूट आने वाली ट्रेनें, बसों व चार पहिया वाहनों से भी श्रृद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
यूपी व एमपी प्रशासन ने की थी बैठक
दीपोत्सव मेले को लेकर मध्य प्रदेश व उप्र प्रशासन की संयुक्त बैठक भी उप्र के कर्वी में हो चुकी है। पांच दिनों तक चलने वाला मेला इस बार खास इसलिए भी है क्योंकि कोरोना काल के बाद धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो रहा है।भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में यह मेला धनतेरस के दिन दो नवंबर से शुरू होगा जो कि छह नवंबर तक जारी रहेगा।इसके लिए जहां प्रशासनिक और पुलिस व्यवस्थाएं चुस्त कर ली गई हैं। वहीं लॉज, धर्मशाला, होटल और परिवहन व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों और संस्थाओं के साथ चित्रकूट नयागांव थाना पुलिस ने व्यवस्थाएं बनाई हैं।
चाक-चौबंद व्यवस्था
मेला क्षेत्र में जगह-जगह कैंपों में दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था की जा रही है इसके साथ ही सुरक्षा और अन्य व्यवस्था के लिए चित्रकूट में सतना के क्षेत्र को 8 जोन और 17 सेक्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन के प्रभारी डीएसपी स्तर के अधिकारी हैं जिनके साथ एक इंस्पेक्टर को लगाया जाएगा। अस्थायी कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। मप्र व उप्र पुलिस और प्रशासन से समन्वय बनाते हुए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए गए हैं। वहीं मंदाकिनी नदी तट पर गोताखोर, मोटरबोट के अलावा महिला पुलिस फोर्स भी लगाई जाएगी। चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी। वहीं सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल भी सेवा देगा।