सतना/भोपाल,भास्कर हिंदी न्यूज़/ खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने सभी खेल अकादमियों के लिए स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर तैयार करने के निर्देश दिए हैं। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि यदि खिलाड़ी पोस्ट कोविड के बाद राष्ट्रीय या अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं, तो उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप एसओपी तैयार करें। खेल मंत्री बुधवार को मध्यप्रदेश राज्य वॉटर स्पोटर्स अकादमी में सेलिंग गेम की गतिविधियों की समीक्षा कर रही थीं।
मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि इसके अलावा प्रशिक्षकों की आवश्यकताओं, प्रत्येक अकादमी के सपोर्ट स्टाफ आदि के लिए भी अलग एसओपी तैयार करें। उन्होंने कहा कि इससे दक्षता, गुणवत्तापूर्ण आउटपुट और प्रदर्शन में एकरूपता हासिल होगी। श्रीमती सिंधिया ने सेलिंग अकादमी के प्रशिक्षकों से खिलाड़ियों की डाइट, बोट, अन्य सहायक उपकरणों, अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी, टेलेन्ट सर्च आदि के संबंध में विस्तृत चर्चा की।
शासकीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान और अशासकीय डी.एल.एड. महाविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियां 27 सितंबर से होगी प्रारम्भ
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि सत्र 2021-22 के लिए विभाग के अधीन शासकीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों और अशासकीय डी.एल.एड. महाविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियां 27 सितंबर 2021 से प्रारंभ की जायेगी। महाविद्यालयों में पुस्तकालय और छात्रावास भी खोले जायेंगे। श्री परमार ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कम होते प्रभाव और प्रशिक्षणार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश के समस्त महाविद्यालयों एवं संस्थानों में शैक्षणिक तथा अशैक्षणिक स्टॉफ की शत-प्रतिशत उपस्थिति होगी। प्रशिक्षणार्थियों की भौतिक रूप से 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। शिक्षण संस्थानों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन भी जारी रहेगा। शिक्षण संस्थानों द्वारा ऑफलाईन एवं ऑनलाईन कक्षाओं के लिए पृथक्-पृथक् समय-सारणी जारी की जायेगी। छात्रों की संख्या और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर संस्था प्रमुख कक्षाओं के संचालन के संबंध में निर्णय ले सकेंगे। पुस्तकालय अध्ययन कक्ष में क्षमता से 50 प्रतिशत प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जायेगी।
संस्थानों एवं महाविद्यालयों में छात्रावास चरणबद्ध रूप से आरंभ होंगे। प्रथम चरण में अंतिम वर्ष या तृतीय सेमेस्टर के प्रशिक्षणार्थियों के लिये छात्रावास खोले जायेंगे। छात्रावासी परिसर में सोशल डिस्टेन्सिंग, सेनिटाइजेशन एवं सभी प्रशिक्षणार्थी की थर्मल स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जायेगी। महाविद्यालय और प्रशिक्षण संस्थानों के सभी शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक स्टाफ को वैक्सीनेशन कराना अनिवार्य होगा। कोविड-19 प्रोटोकॉल के नियमों और केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जायेगा।
जिले में अब तक 774.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
जिले में इस वर्ष 1 जून से 22 सितम्बर 2021 तक 774.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 1025.7 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 1080.7 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 610.9 मि.मी., बिरसिंहपुर में 845.5 मि.मी., रामपुर बघेलान में 613 मि.मी., नागौद में 956 मि.मी., जसो (नागौद) में 463.1 मि.मी., उचेहरा में 811 मि.मी, मैहर में 493.9 मि.मी., अमरपाटन में 708 मि.मी. तथा रामनगर तहसील में 908.1 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। गत वर्ष इस अवधि तक जिले में 737.1 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी।