Afghanistan Crisis: digi desk/BHN/काबुल अफगानिस्तान की सत्ता पर जबरन कब्जा जमाने वाले तालिबान ने सरकार गठन के साथ ही अमेरिका को धमकी दी है कि अब वह अफगानिस्तान के प्रोफेशनल को देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं देगा। तालिबान ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि अमेरिका अफगानिस्तान के इंजीनियर, डॉक्टर और दूसरे पेशेवरों को अपने साथ ले जा रहा है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिए यह साफ किया कि तालिबानी शासन के दौरान महिलाओं को फिलहाल काम करने की इजाजत नहीं होगा। जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि कामकाजी महिलाओं को फिलहाल हालात सामान्य होने तक घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि अमेरिका को साफ चेतावनी दी है कि उन्हें अफगानी विशेषज्ञों या पेशेवरों को अपने साथ ले जाना तत्काल बंद कर देना चाहिए। ऐसा करने से अफगानिस्तान को काफी नुकसान होगा। हालांकि तालिबान ने यह भी माना कि यहां पर अभी लोग डरे हुए हैं, लेकिन हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं और लोगों को लगातार ये समझाया जा रहा है कि डरने की जरूरत नहीं हैं। तालिबान ने कहा कि अमेरिका के पास अपने विमान हैं, अपने एयरपोर्ट हैं, वे चाहे तो अपने लोगों और कांट्रेक्टर्स को अपने साथ ले जा सकते हैं।
धीरे-धीरे सख्त हो रहा तालिबान का रुख
गौरतलब है कि तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी तालिबान पर कब्जा कर लिया था और उसके बाद से ही नरम रुख अपना हुए दावा किया था कि वह किसी भी विदेशी नागरिक पर हमला नहीं करेगा और न ही किसी को यहां से जाने से रोकेगा। लेकिन अब तालिबान ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि वह अमेरिका को अफगानिस्तान के पेशेवर लोगों को ले जाने की अनुमति नहीं देगा। इसके साथ ही तालिबान ने यह भी साफ कर दिया है कि देश में शरिया कानून के तहत ही शासन की स्थापना की जाएगी।