पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन पर जिला मजिस्ट्रेट ने जारी किये आदेश
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के नागौद कस्बे में सपाक्स के कथित नेता शशांक सिंह की गुंडागर्दी ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थीं। डंडे से मार-मारकर पीटना और फिर थूक कर चटवाने के बाद पैर पड़वाने वाले ऐसी तालिबानी क्रूरता करने वाले आरोपी शशांक सिंह पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। ताकि उसकी आने वाली पीढ़ियां इस कृत्य को याद रखें और दोबारा ऐसी घटना को अंजाम न दें। एक दिन पूर्व जहां आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड ली तो वहीं देर रात आरोपियों के तीसरे साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव के प्रतिवेदन पर जिला दंडाधिकारी व कलेक्टर अजय कटेसरिया ने उसकी हरकत को सामाजिक समरसता के प्रतिकूल और विद्वेष पूर्ण गतिविधि मानते हुए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) की कार्रवाई की। इसके तहत तीन माह तक आरोपी की न तो जमानत होगी और न ही वह पेरोल पर छूट पाएगा। दरअसल शशांक सिंह पर पूर्व में भी नागौद थाने में अपराध दर्ज था और इस मामले में भी नागौद थाने में धारा 365, 386, 341, 294, 323, 500, 506, 34 आईपीसी का प्रकरण पंजीबद्ध किया है। जिसे देखते हुए यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई है। ज्ञात हो कि इस कृत्य के बाद पूरे विंध्य क्षेत्र में सभी दलों के लोगों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। वहीं सपाक्स पार्टी ने भी इस घटना के बाद आरोपी को संगठन से बर्खास्त कर दिया है।
स्वाधीनता दिवस पर दिखाई थी क्रूरता, यह है मामला
नागौद थानांतर्गत उर्दना गांव निवासी संतोष पांडेय के साथ पैसे के लेन-देन को लेकर शशांक सिंह और सुजीत सिंह सहित चार लोगों ने 15 अगस्त को पहले उसका अपहरण किया इसके बाद कस्बे से दूर ले जाकर डंडों से पिटाई की। इतना ही नहीं युवक रहम की भीख मांगता रहा और पैसा देने की बात करता रहा। लेकिन आरोपियों ने डंडे से मारा और फिल्मी स्टाइल में थूक कर चाटने और पैर छूने को मजबूर किया। शिकायत करने पर गोली मारने तक कि धमकी भी दी दंबगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। शशांक सिंह 2018 में सपाक्स पार्टी से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है। दरअसल नागौद कस्बे में रैकवार निवासी संतोष पांडेय पत्नी का उपचार करवाने के लिए बीते 15 अगस्त को बस स्टैंड के पास आया था।
पत्नी को अस्पताल छोड़कर वह दुकान का सामान लेकर गांव के लिए रवाना हुआ। इसी बीच रास्ते मे शशांक सिंह ने संतोष को रोका और अगवा कर लिया। नागौद कस्बे से एक किलोमीटर दूर बल्लाधार पुल के पास ले जाकर शशांक सिंह और सुजीत सिंह ने संतोष के साथ मारपीट की और अमानवीय व्यवहार भी किया। वहीं आरोपियों के साथी घटना का वीडियो बनाते रहे। इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 17 सितंबर की रात शशांक सिंह बघेल और सुजीत सिंह को सीधी से चार पहिया वाहन समेत गिरफ्तार कर लिया था जहां उन्हें थाने में कड़ी सजा देते हुए उन्हें निर्वस्त्र कर दिया गया था। इसके बाद नागौद लाए जाने के बाद उसके ही गांव में आरोपियों का जुलूस निकाला गया था। पुलिस ने बुधवार शाम आरोपियों के तीसरे साथी उचेहरा निवासी प्रहलाद कुशवाहा को भी गिरफ्तार कर लिया। ज्ञात हो कि बुधवार को पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया था जहां से दो दिन की पुलिस रिमांड में आरोपियों को लिया गया है।