Atal Bihari Vajpayee 3rd Death Anniversary: digi desk/BHN/ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि 16 अगस्त पर पूरा देश अपने लाड़ले नेता को याद कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित देश के सभी प्रमुख राजनेताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में में ‘सदैव अटल’ समाधि पर वाजपेयी को पुष्पांजलि अर्पित की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य नेता भी स्मारक पर मौजूद रहे। सत्तारूढ़ दल और विपक्ष, दोनों के नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।
अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल विचार
- भारत, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैला हुआ एक राष्ट्र है, अनेक राष्ट्रीयताओं का समूह नहीं।
- हमारे पड़ोसी कहते हैं कि एक हाथ से ताली नहीं बजती, हमने कहा कि चुटकी तो बज सकती है।
- शिक्षा का माध्यम मातृभाषा होनी चाहिए। ऊंची-से-ऊंची शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जानी चाहिए।
- भुखमरी ईश्वर का विधान नहीं, मानवीय व्यवस्था की विफलता का परिणाम है।
- शिक्षा के द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है। व्यक्तित्व के उत्तम विकास के लिए शिक्षा का स्वरूप आदर्शों से युक्त होना चाहिए।
- निरक्षरता का और निर्धनता का बड़ा गहरा संबंध है।
- राष्ट्र की सच्ची एकता तब पैदा होगी, जब भारतीय भाषाएं अपना स्थान ग्रहण करेंगी।
- परमात्मा भी आकर कहे कि छुआछूत मानो, तो मैं ऐसे परमात्मा को भी मानने को तेयार नहीं लेकिन परमात्मा ऐसा कर ही नहीं सकता।
- पारस्परिक सहकारिता और त्याग की प्रवृत्ति को बल देकर ही मानव-समाज प्रगति और समृद्धि का पूरा-पूरा लाभ उठा सकता है।
- हमारी माटी में आदर्शों की कमी नहीं है। शिक्षा द्वारा ही हम नवयुवकों में राष्ट्रप्रेम की भावना जाग्रत कर सकते हैं।