रीवा/भोपाल,भास्कर हिंदी न्यूज़/ रीवा से भोपाल और रीवा से इंदौर के लिए जल्द हवाई सेवा शुरू होगी। इसमें अड़चन बनी वीजीएफ (वायबिलिटी गैप फंडिंग) अंशदान की सौ फीसद पूर्ति राज्य सरकार करेगी। इस संबंध में पूर्व मंत्री और विधायक राजेंद्र शुक्ल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। उन्होंने अंशदान देने का अनुरोध किया था, जिस पर सहमति देते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उड्डयन मंत्रालय को सहमति पत्र भेजने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित रीवा, इंदौर और भोपाल से 72 सीटर हवाई सेवा जल्द शुरू होगी।
पूर्व मंत्री ने बताया कि रीवा में उड़ान योजना के तहत कम लागत पर हवाई अड्डा शुरू करना और इस मार्ग पर हवाई सेवा शुरू करना रीवा और आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को रीवा से हवाई सेवा शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। उस पर सिंधिया की भी सहमति मिल गई है। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों को जरूरी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय ने रीवा से हवाई सेवा शुरू करने के लिए ऑपरेटरों से निविदाएं बुलाई हैं। निविदा की कुल राशि का एक हिस्सा वीजीएफ है, जो राज्य सरकार को देना होता है।
शुक्ल ने कहा कि विंध्य क्षेत्र में पिछले सालों में पर्यटन, खनिज संपदा, औद्योगिक एवं कृषि विकास को लेकर उल्लेखनीय काम हुए हैं। इससे क्षेत्र का आर्थिक विकास हुआ है। आम आदमी की औसत आय और व्यय क्षमता में वृद्धि हुई है। रीवा में हवाई सेवाओं के विस्तार की अपार संभावनाएं पैदा हुई हैं। इन्हीं कारणों से रीवा शहर को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उड़ान योजना में शामिल किया है और क्षेत्रीय संपर्क योजना (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम) के तहत कम लागत में हवाई अड्डा विकसित करने की कार्यवाही शुरू की है।